उज्जवल हिमाचल। शिमला
भाजपा प्रदेश महामंत्री एवं विधायक राकेश जम्वाल और त्रिलोक जम्वाल ने कहा कि हिमाचल की कांग्रेस सरकार लगातार प्रदेश की भोली भाली जनता को गुमराह करने का कार्य कर रही है। हम रोजगार के संदर्भ में बात करेंगे, प्रदेश सरकार द्वारा रोजगार को लेकर एक सब कमेटी का गठन किया गया।
जिसकी अध्यक्षता मंत्री हर्षवर्धन चौहान कर रहे हैं और उनके साथ मंत्री जगत सिंह नेगी और रोहित ठाकुर सदस्य हैं। हाल ही में जो सब कमेटी की बैठक की गई, उसमें मंत्री हर्षवर्धन चौहान का बयान आया की हिमाचल प्रदेश में वह हर साल 20,000 लोगों को नौकरी उपलब्ध करवाएंगे। जिसका 5 साल का कुल जोड़ एक लाख होगा। इसको लेकर उन्होंने सरकार के सभी विभागों ,बोर्ड और कॉरपोरेशन से रिक्त पदों की सूची भी मांगी है।
भाजपा कांग्रेस की सरकार को याद दिलाना चाहती है कि जब उनका प्रतिज्ञा पत्र 2022 निकला था। उसमें स्पष्ट रूप से कांग्रेस ने कहा है कि सरकार बनते ही कैबिनेट की पहली मीटिंग में 1,00,000 सरकारी नौकरियां दी जाएगी। इससे प्रदेश में रिक्त पड़े सरकारी पद भी भरे जाएंगे और युवाओं को नए अवसर मिलेंगे, अब प्रदेश सरकार की पहली कैबिनेट मीटिंग तो हो गई पर ऐसी कोई घोषणा जनता के समक्ष नहीं आई।
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क्या यह जनता के साथ छल नहीं है। कांग्रेस के प्रतिज्ञा पत्र में यह भी स्पष्ट रूप से लिखा गया है कि प्रदेश में कुल 5,00,000 युवाओं को रोजगार दिलवाया जाएगा, पर अब कांग्रेस पार्टी 1,00,000 लाख नौकरियों की बात कर रही है। यह कांग्रेस पार्टी की हिमाचल प्रदेश की जनता को गुमराह करने की नीति और नियत को स्पष्ट करता है।
कांग्रेस पार्टी के प्रतिज्ञा पत्र में यह भी कहा था कि हर विभाग की भर्ती कर्मचारी चयन आयोग व सेवा आयोग के माध्यम से करवाई जाएगी, पर अब सब कमेटी यह कहती है कि सभी भर्तियां सब कमेटी के माध्यम से की जाएगी। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश की जनता कांग्रेस पार्टी की दस गारंटीयो की पूरी होने का इंतजार कर रही है, पर जिस प्रकार से कांग्रेस पार्टी काम कर रही है उसे लगता नहीं की यह गारंटीयां कभी भी पूरी हो सकेगीं।
भाजपा नेताओं ने कहा की ओपीएस को लेकर भी अभी तक कांग्रेस पार्टी की सरकार अधिसूचना नहीं निकाल पाई है। अब तो 23 जनवरी 2023 को छत्तीसगढ़ की ओपीएस अधिसूचना भी जारी हो गई है, जिसका प्रदेश सरकार की बेसब्री से इंतजार था। पर उसके बाद भी अभी तक किसी भी प्रकार की अधिसूचना जनता के समक्ष लाने में कांग्रेस पार्टी विफल रही है।