क्षेत्र से तीन दिनों में अपने घर गए 200 कश्मीरी प्रवासी

एसके शर्मा। बड़सर

जम्मू-कश्मीर के प्रवासी मजदूरों को घर भेजने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। उपमंडल बड़सर के विभिन्न क्षेत्रों में फंसे जम्मू-कश्मीर के प्रवासी मजदूरों को उनके घर भेजने की व्यवस्था प्रशासन द्वारा की जा रही है। बड़सर एसडीएम बड़सर प्रदीप कुमार ने उन्हें घर भेजने की व्यवस्था खुद संभाली है। बड़सर उपमंडल में लगभग 240 कश्मीरी लोग रह रहे हैं। इनमें से लगभग 200 लोगों को बड़सर प्रशासन की ओर से बसों में लखनपुर तक भेज दिया गया है।

अब बचे हुए बाकी कश्मीरी लोगों को जल्द ही इनके घरों तक पहुंचाने में बड़सर प्रशासन बहुत तेजी से प्रयास कर रहा है। बताते चलें कि सर्दियां शुरू होने के साथ ही जम्मू-कश्मीर के लोग रोजी-रोटी और अपने परिवार का पालन पोषण करने के लिए हिमाचल की वादियों में आ जाते हैं। यह लोग अक्तूबर व नबंबर माह में भारी संख्या में कश्मीर से हिमाचल में कश्मीरी शालें, कंबल, गलीचे व लकड़ी के कटान का काम करने के लिए हिमाचल आते हैं और गर्मियां शुरू होते ही यह लोग वापस अपने घरों को चले जाते थे, लेकिन इस बार ऐसा नहीं हो सका।

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कोविड-19 के चलते भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से लॉकडाउन का एलान कर दिया गया, तभी से यह लोग जहां रहते थे। जम्मू-कश्मीर के प्रवासी मजदूरों ने बताया कि इस बार हम कश्मीर में अपने घरों तक गर्मियां शुरू होने से पहले नहीं पहुंच सके, लेकिन हमें यह महसूस ही नहीं हुआ कि हम अपने घर में नहीं हैं या घरों से दूर हैं। बड़सर प्रशासन की ओर से किए जा रहे कार्यों से किसी चीज की कमी महसूस नहीं हुई। स्थानीय लोगों ने भी हमारी पूरी मदद की। उन्होंने कहा कि आपदा की घड़ी में हम भारत के साथ हैं, क्योंकि जान है तो जहान है।

उधर, एसडीएम बड़सर प्रदीप कुमार ने बताया कि हमारे पास 240 कश्मीरी लोगों की लिस्ट बन कर तैयार है। इसमें से 200 लोगों को उनके घर भेज दिया गया है। अगली लिस्ट की सूची उपायुक्त महोदय को भेज दी है, जिसे मंजूरी मिलते ही बाकी बचे लोगों को उनके घर तक पहुंचा दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि सभी लोगों के मेडिकल चेकअप करवा कर व बसों को भी सेनेटाइज करके रवाना किया गया है।