लक्की शर्मा। लड़भडोल
लडभड़ोल क्षेत्र में एक माह से फंसे 42 प्रवासी कश्मीरी मजदूरों को आज (शुक्रवार) को अपने घर भेज दिया गया। यह मजदूर लडभड़ोल क्षेत्र के पपलोटू, गेहरा डुहग सहित कई गांव में फसे हुए थे। अब लॉकडाउन को एक माह से ज्यादा समय होने के बाद राज्य सरकार और जिला प्रशासन इन्हें अपने घर भेजने पर राजी हो गया था। स्थानीय लडभड़ोल प्रशासन द्वारा इन सभी की लोगों की एक सूचि बनाई गई थी।
शुक्रवार दोपहर को इन सभी लोगों को लडभड़ोल बाजार में इकट्ठा किया गया और वहां से बस में बिठाकर सभी प्रवासी मजदूरों को कश्मीर घाटी में अपने घरों के लिए रवाना कर दिया गया। तहसीलदार लड़भडोल प्रवीण कुमार ने बताया कि इन प्रवासी मजदूरों को दो बसों से भेजा गया तथा सरकार द्वारा इन सभी प्रवासी मजदूरों को पास मुहैया करवा दिए गए हैं।
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इस दौरान सोशन डिस्टेंसिंग नियमों का भी पालन किया गया इस दौरान तहसीलदार प्रवीण कुमार, कार्यलय कानूनगो अमरनाथ, क्षेत्रीय कानूनगो बुद्धि सिंह चांगरा, पटवारी राजकुमार व कर्मचारी कांतिराम आदि का सहयोग रहा ये मजदूर कई दिनों से राज्य सरकार से कश्मीर लौटने की गुहार लगा रहे थे। कश्मीर घाटी से ये मजदूर हिमाचल में मेहनत मजदूरी करने आते हैं। इन कश्मीरी प्रवासी मजूदरों ने बताया की स्थानीय लोगों ने एक महीने क इन खाने-पीने का प्रबंध किया, जिसे वह कभी नहीं भूलेंगे।