उज्जवल हिमाचल। कांगड़ा
एनएसयूआई ज़िला अध्यक्ष निखिल जंबाल ने बताया की केंद्रीय विश्वविद्यालय हिमाचल प्रदेश की पीड़ित छात्रा के आरोपी युवक जो उसे पिछले दो सालों से उत्पीड़न कर रहा था, जिसके विरुद्ध माननीय न्यायालय में मुकदमा दर्ज हुआ है। केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुछ प्रोफेसरों का आरोपी युवक को लगातार संरक्षण मिलता रहा है। जिसकी एनएसयूआई कड़ी निंदा करती है क्योंकि विश्वविद्यालय में पड़ रहा हर एक छात्र एक समान है लेकिन विश्वविद्यालय का यह रवैया बहुत आश्चर्यजनक है। एक और बड़े आश्चर्य की बात सामने आई है।
केंद्रीय विश्वविद्यालय के प्रोफेसरों ने एक बार फिर छात्रा को परेशान किया। उसकी 25 जून 2024 की मौखिक परीक्षा की प्रकाशन प्रस्तुति को स्वीकार नहीं किया और स्वीकार न करने की वजह समय रहते पहले नहीं बताई, जोकि केंद्रीय विश्वविद्यालय की अधिसूचना दिनांक 3 दिसंबर 2020 की अवमानना और खुले तौर पर उल्लंघन है और छात्रा से एक और प्रकाशन की मांग की जिसे छात्रा ने सफलता पूर्वक पूर्ण प्रस्तुत।
किया परंतु उसे फिर से एक बार परेशान किया गया और उसके उस प्रकाशन को अस्वीकार करने के असंवेदनशील ईमेल भेजें। छात्रा गहरे सदमे में है माना जा रहा है यह सारा षड्यंत्र छात्रा की डिग्री रोकने के लिए किया जा रहा है। छात्रा ने इसकी लिखित शिकायत कुलपति के सामने रखी है। अगर केंद्रीय विश्वविद्यालय कोई उचित कदम नहीं उठाता है तो मजबूरन एनएसयूआई उनके विरोध में सड़को में उतरेगी।