अचीवर्स हब सीनियर सैकेंडरी स्कूल में खेल दिवस की धूम

माता-पिता की है जिम्मेदारी कि वे अपने बच्चों को सिखाएं कि मोबाइल फोन का कैसे करें उपयोग : एसपी हितेश शर्मा

उज्ज्वल हिमाचल। धर्मशाला

अचीवर्स हब सीनियर सकेंडरी स्कूल दाड़ी में आज स्पोर्ट-डे पर स्पोटर्स मैदान का शुभारंभ किया गया। इस शुभारंभ के अवसर पर एसपी हितेश लखनपाल ने बतौर मुख्यअतिथि शिरकत की। कार्यक्रम में मुख्यअतिथि पहुंचने पर स्कूल की चेयरपर्सन कृष्ण अवस्थी ने पुष्प गुच्छ देकर भव्य स्वागत किया। उसके उपरांत मुख्य अतिथि ने रिबन काटकर मैदान का शुभारंभ किया। कार्यक्रम की शुरुआत चरणं शरणं गच्छामि परमनाद करके की गई। उसके उपरांत स्कूल के सभी बच्चों द्वारा मार्चपास किया गया। साथ ही योग व सांस्कृतिक प्रस्तुति भी दी गईं। यह समारोह खेलों व नृत्य का मिला जुला रूप था। इस कार्यक्रम में कक्षा प्रथम, द्वितीय व तृतीया के बच्चों द्वारा सैक रैस व अन्य कलाकृतियां प्रस्तुत की गईं और स्केटिंग, कराटे के द्वारा बच्चों ने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया।

वहीं कक्षा चौथी, पांचवीं और छठी के छात्रों ने हुलालूप संगीत की लय पर किया। कक्षा सांतवीं, आठवीं के बच्चों ने लेजियम के द्वारा बेहतरीन प्रस्तुति दी गई। कक्षा नवमीं, ग्यारहवीं के बच्चों ने साड़ी ड्रिल और कलाकृति प्रस्तुत की गई।एसपी हिमेश लखनपाल ने बताया कि मैं अचीवर्स हब स्कूल को बधाई देता हूं कि उन्होंने यह लाजवाब मैदान बनाया हैं उन्होंने कहा कि एक मैदान बनने से सभी में खेल भावना जागृत हुई है और जब हम इस तरह से वातावरण में आते हैं तो खेल भावना हमरे अंदर स्थित होती है। एसपी हितेश ने कहा कि मैं टीचिंगए नॉन टीचिंग, स्पोर्टर्स और सभी अचीवर्स के स्टॉफ को बधाई देना चाहता हूं जिन्होंने कड़ी मेहनत की है।

इस कार्यक्रम में बच्चों ने रंगा-रंग प्रस्तुतियां देकर सभी का मन मोह लिया। उन्होंने बताया कि बच्चे माता-पिता को देखकर ही सीखते हैं। इसलिए उन्हें अपने बच्चों के लिए समय निकालना जरूरी है और जैसे कि छोटे बच्चों के लिए उनके माता-पिता ही इनके रोल मोडल होते हैं लेकिन जैसे-जैसे बच्चों की क्लास आगे बढ़ती है वैसी ही उनकी रोल मोडल उनकी माता-पिता नहीं बल्कि उनके दोस्त बन जाते हैं। यह एक चिंता का विषय है। इसके बारे में सोचना बहुत जरूरी है।

एसपी हितेश लखनपाल ने बच्चों के माता-पिता से आग्रह किया कि बच्चों को ज्यादा मोबाइल फोन इस्तेमाल करने से रोकें। बच्चों के माता-पिता की जिम्मेदारी यह भी है कि वे अपने बच्चों को सिखाएं कि वे मोबाइल फोन का उपयोग कैसे रोकें, लेकिन दुर्भाग्य से आजकल हम देखते हैं कि अधिकांश परिवार अपने बच्चों को मोबाइल फोन का उपयोग करने से नहीं रोक सकते हैं वे सिर्फ गेम खेलते हैं लेकिन इसका बच्चों पर बहुत नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।

अंत में मुख्याध्यापिका कुमारी ज्योत्सना ने धन्यावाद करत हुए सभी का आभार प्रकट किया। इस अवसर पर मुख्यातिथि ने भी बच्चों के कार्यों की प्रशंसा करते हुए उन्हें प्रोत्साहित किया। इस अवसर पर स्कूल की निदेशिका कृष्णा अवस्थी, मैनेजर अमित भारद्वाज व समस्त स्टॉफ विशेष रूप से उपस्थित रहा।

ब्यूरो रिपोर्ट धर्मशाला

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