डिपो होल्डर एसोसिएशन ने जताई चिंता

उमेश भारद्वाज। सुंदरनगर

हिमाचल प्रदेश में सरकारी डिपुओं में विभाग द्वारा दोबारा बायोमेट्रिक प्रणाली से राशन वितरण के फरमान को लेकर डिपो होल्डर एसोसिएशन बल्ह नेरचौक ने अपनी चिंता व नाराजगी जाहिर की है। वहीं इस प्रणाली को दोबारा शुरू होने से होम क्वारंटीन किए गए लोगों को राशन वितरण करने को लेकर भी असमंजस की स्थिति पैदा हो गई है। मामले को लेकर डिपो होल्डर एसोसिएशन बल्ह नेरचौक के प्रधान कुलदीप सिंह ठाकुर ने कहा कि एक तरफ जहां पूरा देश कोरोना से लड़ाई लड़ रहा है और इसको लेकर सभी एतिहातन कदम उठाए भी जा रहे हैं। वहीं विभाग द्वारा दोबारा राशन वितरण को लेकर बायोमेट्रिक प्रणाली शुरू होने से कोरोना का डर सताना शुरू हो गया है। हिमाचल प्रदेश में भी सरकार कह रही है कि लोग आपसी दूरी बनाए रखें और 60 वर्ष से ऊपर के लोग घर में ही रहें। लेकिन बायोमिट्रिक प्रणाली द्वारा ही राशन देने के फरमान के बाद बुजुर्गों को भी राशन लेने के लिए खुद डिपो में आना पड़ेगा। ऐसे लोग जो लोग बाहर के राज्यों से कोरोना हॉटस्पॉट व रेड जोन से भी अभी हाल फिलहाल घर आए हैं उनको व उनके परिवार को होम क्वॉरेंटाइन होने के आदेश सरकार ने दिए हैं। इस वजह से उन लोगों में खुद भी असमंजस पैदा हो गया है। उन्होंने कहा कि इस फरमान के बाद उन लोगों और उनके परिवारजनों में से किसी को राशन लेने के लिए डिपो में आना ही होगा। इस स्थिति में डिपो होल्डरों को भी बीमारी का खतरा पैदा हो गया है।

डिपो होल्डरों को नहीं दे रही सरकार कोई सुरक्षा
कुलदीप सिंह ने कहा कि इस महामारी के समय पर भी सरकार व विभाग द्वारा डिपो होल्डरों को सुरक्षा की कोई सुविधा प्रधान नहीं की है। लेकिन महामारी के इस बुरे दौर में भी हमारे सभी डिपो होल्डर लोगों को राशन दे रहे हैं। उन्होंने पहले स्कूलों में मिड-डे मील में बच्चों को खिलाया जाने वाला चावल भी अब डिपोहोल्डर ही वितरित कर रहे हैं। इसके अलावा भी अन्य कई परेशानियों का हमें करना पड़ रहा है। आज के इस 4-जी और 5-जी के जमाने में विभाग ने जो मशीनें डिपो होल्डर को दे रखी है वह 3-जी नेटवर्क पर चलती हैं। डिपोहोल्डर अपने नेट पैक का इस्तेमाल करके इन मशीनों को चलाते हैं तब कहीं जाकर लोगों को राशन मिल पाता है। उन्होंने कहा कि इससे पहले भी हमारी एसोसिएशन द्वारा कई बार सरकार को अपनी इन समस्याओं के बारे अवगत करवाया जा चुका है परंतु आज तक सरकार व विभाग पर कोई असर नहीं पड़ा।

अपनी सुरक्षा को लेकर डिपो होल्डर परेशान
कुलदीप सिंह ने कहा कि डिपो होल्डर राशन बायोमेट्रिक मशीन से देने के लिए भी तैयार हैं। लेकिन अगर उन्हें कुछ हो जाता है तो उनकी व उनके परिवार की जिम्मेवारी सरकार की होगी। उन्होंने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से आग्रह किया है कि डिपो होल्डरों की सुरक्षा भी सुनिश्चित की जाए और उनकी एनएफएसए कमीशन की पुरानी बकाया राशि भी जल्द से जल्द दी जाए। उन्होंने कहा कि जब तक यह महामारी का दौर खत्म नहीं हो जाता तब तक राशन कार्ड के द्वारा ही दिए जाने की व्यवस्था बहाल की जाए।

जिला खाद्य आपूर्ति नियंत्रक मंडी लक्ष्मण सिंह ने कहा कि विभाग द्वारा अब बायोमेट्रिक प्रणाली के जरिए ही राशन देने की जनरल गाइडलाइंस जारी की हैं। होम क्वॉरेंटाइन वाले लोगों पर यह गाइडलाइंस लागू नहीं हो सकती हैं। उनके लिए जिला प्रशासन समय-समय पर गाइडलाइन जारी करता है। इसमे होम डिलीवरी जैसे विकल्प भी प्रशासन ने दिए हुए हैं।