हिमाचल : सहायक मंदिर अधिकारी व श्रद्धालु के बीच हुई बहसबाजी

रवि ठाकुर। हमीरपुर

 

उत्तरी भारत के प्रसिद्ध सिद्धपीठ दियोटसिद्ध मंदिर में शनिवार देर रात को बैरियल नंबर दो में मंदिर के सहायक अधिकारी व पंजाब के श्रद्धालु के बीच बहसबाजी होने का एक वीडियो वायरल हुआ है। वीडियो में मंदिर के सहायक मंदिर अधिकारी पर शराब के नशे में धुत होने के आरोप लगाए हैं। यह वीडियों सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है।

 

  • श्रद्धालु ने सहायक मंदिर अधिकारी पर लगाए शराब के नशे में धुत होने के आरोप

अब श्रद्धालुओं द्वारा प्रशासन से शिकायत के बाद कार्यवाही को लेकर सवाल पूछे जा रहे हैं। बताते चलें कि बाबा बालक नाथ मंदिर दियोटसिद्ध में गोबिदगढ़ पंजाब के श्रद्धालु शनिवार देर रात को मंदिर जा रहे थे। जब श्रद्धालुओं की गाड़ी दो नंबर वैरियर पहुंची तो वहां पर तैनात कर्मचारी ने गाड़ी को रोक कर उनसे कोविड़-19 की रिपोर्ट और ई पास मांगा गया। श्रद्धालु ने ई पास व कोविड की रिपोर्ट वैरियर पर तैनात कर्मचारी को दिखाई। उसी दौरान दियोटसिद्ध मंदिर के सहायक मंदर अधिकारी वहां पहुंच गए व उन्होंने अपनी गाड़ी सडक़ के बीच खड़ी कर दी। सहायक मंदिर अधिकारी के द्वारा श्रद्धालु से रिपोर्ट मांगी गई, तो श्रद्धालु ने कहा कि रिपोर्ट कर्मचारी को दिखा दी है, लेकिन अधिकारी के द्वारा फिर से रिपोर्ट मांगी गई। जिससे एटीओ व श्रद्धालु के बीच मामला उलझ गया। काफी देर तक दोनों के बीच बहजबाजी होती रही।


श्रद्धालु द्वारा वीडियों में कहा जा रहा है कि मंदिर अधिकारी शराब के नशे में धुत है। वहीं पंजाब के श्रद्धालु ने कहा कि दो गाडियों के कागजात दिखाए गए व ई पास भी दिखा गया। लेकिन मंदिर अधिकारी बहसबाजी करने लग पड़े। इस वीडियों की क्षेत्र में चर्चा का बाजार गर्म है। गौर रहे कि दियोटसिद्ध मंदिर में बिना कोविड़ 19 की रिपोर्ट व बिना मास्क के प्रवेश पर प्रतिबंध लगया गया है। न्यास प्रशासन द्वारा एसओपी के तहत श्रद्धालुओं को दर्शन करवाएं जा रहे हैं।

उधर एसडीएम बड़सर शशीपाल शर्मा ने बताया कि मामला ध्यान में आया है। जहां तक मंदिर अधिकारी द्वारा शराब के सेवन की बात है तो समय पर शिकायत ना मिलने के कारण उनका मेडिकल नहीं करवाया जा सका फिर भी बाकी सोर्सेज के माध्यम से मामले की छानबीन की जा रही है।

एसएचओ बड़सर मस्तराम नायक का कहना है कि पुलिस के पास इस संदर्भ में कोई भी शिकायत समय पर नहीं पहुंची है। इसलिए श्रद्धालुओं के आरोपों के मुताबिक मंदिर अधिकारी का मेडिकल नहीं करवाया जा सका