उज्जवल हिमाचल। नूरपुर
नूरपूर राजकीय आर्य महाविद्यालय नूरपुर के अनुसंधान, विकास और नवाचार केंद्र ने आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ (आइ क्यू ए सी) के सहयोग से, “बौद्धिक संपदा अधिकारों की मूल बाताें” पर एक कार्यशाला का आयोजन किया। इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. अनिल कुमार ठाकुर, वरिष्ठ प्रोफेसर संजय कुमार जसरोटिया और सीमा ओहरी उपस्थित रहे। कार्यशाला की शुरुआत कार्यक्रम के संयोजक महाविद्यालय के वनस्पति विज्ञान के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. राकेश कुमार द्वारा कार्यशाला के मुख्य वक्ता डॉ. शशि धर शर्मा, समन्वयक बौद्धिक संपदा अधिकार प्रकोष्ठ, हिमकोस्ट, शिमला के परिचय से हुई। कार्यशाला पेटेंट, कॉपीराइट, ट्रेडमार्क, जीआई टैग और उनकी मान्यता और संरक्षण में शामिल प्रशासन के सवालों पर केंद्रित रही।
कार्यशाला में आर्य महाविद्यालय नूरपुर के संकाय सदस्यों के साथ राज्य के विभिन्न महाविद्यालयों के संकाय सदस्यों और विभिन्न वैज्ञानिकों और छात्रों ने ऑफलाइन और ऑनलाइन मोड के माध्यम से भाग लिया। डॉ. सत्य प्रकाश (नूरपुर महाविद्यालय के भूगोल के सहायक प्रोफेसर), डॉ. मनोज कुमार (नूरपुर महाविद्यालय के रसायन विज्ञान के सहायक प्रोफेसर) और प्रोफेसर पर्ल बख्शी (नूरपुर महाविद्यालय के अर्थशास्त्र के सहायक प्रोफेसर) कार्यशाला के सह-संयोजक और आयोजन सचिव थे। प्रतिभागियों ने इस कार्यशाला के माध्यम से पेटेंट भरने और कॉपीराइट प्राप्त करने की विस्तृत प्रक्रिया सीखी। कार्यशाला प्रतिभागियों के विभिन्न प्रश्नों और कार्यशाला के संयोजक डॉ. राकेश कुमार के धन्यवाद ज्ञापन के साथ समाप्त हुई।