उज्जवल हिमाचल। तकीपुर
अटल बिहारी वाजपेयी राजकीय महाविद्यालय तकीपुर में अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया गया। जिसमें विभिन्न प्रकार की प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। इन प्रतियोगिता में लड़कियों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। कार्यक्रम के इस शुभ अवसर पर प्राचार्य डॉ. आर. एस. गिल ने शिरकत करते हुए अपने ओजस्वी पूर्ण भाषण में कहा कि 19 दिसंबर 2011 को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने प्रस्ताव पारित कर 11 अक्टूबर को अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस घोषित किया ताकि लड़कियों के अधिकारों को विश्वभर में लड़कियों के सामने आने वाली चुनौतियों के प्रति समाज को जागृत किया जा सके। उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस का लक्ष्य बालिकों को सशक्त तथा उनकी आवाज को बुलंद करना है।
सशक्तिकरण का माध्यम शिक्षा है। जब बालिका पढ़ी-लिखी होगी तो वह अपने अधिकारों के प्रति जागृत होगी तथा अपने जीवन में आने वाली चुनौतियों का भी समाधान करेगी। प्राचार्य ने कहा कि इस दिवस का उद्देश्य यही है कि हमारे समाज में लड़कियों के साथ होने वाले लैंगिक भेदभाव के बारे में जागरूकता पैदा करना व लड़कियों के प्रति दृष्टिकोण में बदलाव लाना हमारा सर्वोपरि कर्तव्य है। इस अवसर पर उन्होंने बालिकाओं को संदेश दिया कि जीवन में कोई भी चुनौती क्यों ना हो उसे अपने विवेक के द्वारा पहचानना तथा उनका निवारण करना तथा समाज के साथ-साथ स्वयं की जिम्मेदारी भी है। इस अवसर पर महाविद्यालय के वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ. भगवान दास प्रो. विजय कुमार, डॉ. अश्विन शर्मा, प्रो. अमन बलिया प्रो. सुनील कुमार, प्रो. सुरेश कुमार भी उपस्थित रहे।
ब्यूरो रिपोर्ट तकीपुर