उज्जवल हिमाचल। मंडी
छोटी काशी मंडी में तारा रात्रि की मध्य रात्रि को बाबा भूतनाथ के घृतमंडल श्रृंगार की रस्मों के साथ शिवरात्रि महोत्सव का आगाज हो गया है। अगले एक माह तक हर रोज बाबा भूतनाथ का अलग-अलग रूपों में श्रृंगार किया जाएगा। हर दिन श्रद्धालुओं को बाबा भूतनाथ के अलग-अलग रूपों में दर्शन दे रहे हैं। बाबा भूतनाथ मठ मंदिर के महंत देवानंद सरस्वती ने बताया कि छोटी काशी मंडी में रियासत काल से चली आ रही बाबा भूतनाथ के श्रृंगार की परंपरा आज भी निभाई जा रही है।
उन्होंने बताया कि रविवार को बाबा भूतनाथ का श्रृंगार हटकेश्वर महादेव के रूप में किया गया है। यह ऐतिहासिक मंदिर छत्तीसगढ़ के रायपुर में खारुन नदी के किनारे स्थित है। ऐसी मान्यता है कि द्वापर युग में खारुन नदी को द्वारकी नदी के नाम से जाना जाता था। हैहयवंशी राजा ब्रह्मदेव को खारुन नदी में शिवलिंग मिला था। इसे नदी के किनारे ही स्थापित किया गया। वर्तमान में जो मंदिर है, उसका निर्माण 1402 में कल्चुरि शासक भोरमदेव के पुत्र राजा रामचंद्र ने करवाया था। हटकेश्वर महादेव मंदिर को छत्तीसगढ़ का मिनी काशी कहा जाता है।
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बता दें कि छोटी काशी मंडी में अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव 19 फरवरी से शुरू होगा जो 7 दिनों तक चलेगा। मंडी जनपद होने वाले अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव में 200 के करीब पंजीकृत देवी देवता यहां पहुंचते हैं जो की शिवरात्रि महोत्सव की शोभा बढ़ाते हैं। शिवरात्रि महोत्सव के दौरान देवी देवताओं के आगमन से पूरा मंडी शहर थिरकने लगता है।