आधुनिक भारत के निर्माण में बाबा साहेब का रहा है अनमोल योगदान : केवल सिंह पठानिया

उज्जवल हिमाचल। शाहपुर

कांग्रेस कार्यलय शाहपुर के रैत में प्रदेश कांग्रेस महासचिव केवल सिंह पठानिया ने ब्लॉक कांग्रेस शाहपुर सहित बाबा भीमराव अंबेडकर की 130वी जयंती के अवसर पर बाबा भीम राव अंबेडकर की प्रतिमा पर फूल अर्पित करके सच्ची श्रद्धांजलि दीं। पठानिया ने कहा कि भीमराव राम अंबेडकर, जिन्हें लोग बाबासाहेब अंबेडकर के नाम से भी जानते हैं, उनकी जयंती देश भर में मनाई जाती है। उनकी पहचान एक न्यायविद, अर्थशास्त्री, राजनीतिज्ञ और समाज सुधारक के रूप में होती है। डॉ. बीआर अंबेडकर का जन्म 14 अप्रैल, 1891 को महू, मध्य प्रदेश में हुआ था। बाबासाहेब को संविधान निर्माता और आजाद भारत के पहले कानून मंत्री के रूप में जाना जाता है। भारत के संविधान के एक प्रमुख वास्तुकार, अंबेडकर ने महिलाओं के अधिकारों और मजदूरों के अधिकारों की भी वकालत की। उनके योगदान को देखते हुए हर साल उनके जन्मदिन को अंबेडकर जयंती के रूप में मनाया जाता है।

डॉ. बीआर अंबेडकर का जन्म 14 अप्रैल, 1891 को महाराष्ट्र के एक महार परिवार में हुआ। इनका बचपन ऐसी सामाजिक, आर्थिक दशाओं में बीता जहां दलितों को निम्न स्थान प्राप्त था। दलितों के बच्चे पाठशाला में बैठने के लिए स्वयं ही टाट-पट्टी लेकर जाते थे। वे अन्य उच्च जाति के बच्चों के साथ नहीं बैठ सकते थे। डॉ. अंबेडकर के मन पर इस छुआछूत का व्यापक असर पड़ा जो बाद में विस्फोटक रूप में सामने आया। स्वतंत्र भारत के पहले कानून और न्याय मंत्री के रूप में मान्यता प्राप्त, भारतीय गणराज्य की संपूर्ण अवधारणा के निर्माण में अंबेडकर जी का योगदान बहुत बड़ा है। स्वतंत्र भारत के संविधान निर्माता, दलितों के मसीहा, समाज सुधारक डॉ. भीमराव अंबेडकर एक राष्ट्रीय नेता भी थे। सामाजिक भेदभाव, अपमान की जो यातनाएं उनको सहनी पड़ी थीं, उसके कारण वे उसके विरुद्ध संघर्ष करने हेतु संकल्पित हो उठे। उन्होंने उच्चवर्गीय मानसिकता को चुनौती देते हुए निम्न वर्ग में भी ऐसे महान कार्य किए, जिसके कारण सारे भारतीय समाज में वे श्रद्धेय हो गए। उनके बचपन का नाम भीम सकपाल था। उनके पिता रामजी मौलाजी सैनिक स्कूल में प्रधानाध्यापक थे। उन्हें मराठी, गणित, अंग्रेजी का अच्छा ज्ञान था। भीम को भी यही गुण अपने पिता से विरासत में मिले थे। उनकी माता का नाम भीमाबाई था। सार्वजनिक कुओं से पानी पीने व मंदिरों में प्रवेश करने हेतु अछूतों को प्रेरित किया। इस अवसर पर ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष सुरजीत राणा, महिला ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष नीना ठाकुर, सोशल मीडिया ब्लॉक कांग्रेस प्रभारी विनय ठाकुर, विपन शर्मा, सुरेश मेहरा, विवेक राणा, ब्लॉक कांग्रेस महासचिव, प्रदीप बलोरिया, मेहर चंद,रीना पठानिया, कुसुम लता, राजेश्वरी देवी, राजिंदर सिंह, कैप्टन शक्ति सिंह, सरिता सैनी प्रदेश महिला कांग्रेस उपाध्यक्ष, सुषमा देवी, सीमा देवी, मुनीश पटियाला पूर्व युवा ब्लॉक अध्यक्ष, कर्ण पठानिया पूर्व ब्लॉक कांग्रेस युवा अध्यक्ष, पवन कुमार पूर्व बीडीसी, अमर नाथ पूर्व उप प्रधान, इच्छा देवी वार्ड पंच आदि गणमान्य कांग्रेस जन मौजूद थे।