स्वतंत्रता दिवस के मौके पर मंडी जिले में प्रशासन की बड़ी चूक आई सामने

उमेश भारद्वाज। मंडी
एक तरफ जहां देश की आजादी का अमृत महोत्सव का जश्न विभिन्न स्थानों पर धूमधाम से मनाया गया तो वहीं दूसरी ओर प्रदेश के मंडी जिला के पधर उपमंडल में उपमंडल स्तरीय स्वतंत्रता दिवस के मौके पर प्रशासन की एक बड़ी चूक सामने आई है। यहां खराब मौसम को देखते हुए माननीयों सहित उपमंडल अधिकारी लिए तो बेहतर पंडाल लगाया गया था। लेकिन समारोह की शोभा बढ़ाने के लिए पहुंचे स्कूली विद्यार्थियों के लिए कोई पंडाल की व्यवस्था नहीं की गई थी।
ऐसे में स्कूली विद्यार्थी खुले आसमान तले खड़े-खड़े भीगते हुए समारोह का लुत्फ लेते रहे और उपमंडल अधिकारी संजीत सिंह भी बच्चों को मौक़े पर भीगता देख सिर्फ तमाशा ही देखते रहे और कुछ विद्यार्थी छाता लेकर खड़े रहे। विद्यार्थियों के सांस्कृतिक कार्यक्रम भी पानी से तर हुई जमीन के ऊपर बिछाई गई दरी पर करवाया गया।
जिससे रंग-बिरंगे परिधान पहन कर नृत्य कर रही स्थानीय राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला की स्कूली छात्राओं के कपड़े भी खराब हो गए। व्यवस्था इतनी बदतर थी कि स्वतंत्रता दिवस के मौके पर परेड और मार्च पास्ट भी नहीं हो पाया।
बता दें कि इससे पूर्व स्वतंत्रता और गणतंत्र दिवस पर आयोजित कार्यक्रमों के दौरान पंडाल के साथ-साथ मैदान में शामियाना लगाकर सजाया जाता था। लेकिन इस वर्ष इस तरह की कोई व्यवस्था नहीं की गई थी। जिस कारण स्कूली छात्रों भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
एसडीएम संजीत सिंह ने ध्वजारोहण करने बाद क्षेत्र के लोगों को बधाई देते हुए कहा कि आज देश आजादी के 75 वर्ष पूर्ण होने बाद अमृत महोत्सव मना रहे हैं। देश के वीर स्वतंत्रता सेनानियों का त्याग, समर्पण, राष्ट्रप्रेम और बलिदान देश की एकता और अखंडता को अक्षुण बनाए रखने के लिए हमें प्रेरित करता है। इस दौरान उन्होंने देश की रक्षा करते हुए शहीद हुए क्षेत्र के सैनिकों की वीर नारियों को भी सम्मानित किया।