सरकार के फरमान बने मुसीबतें बढ़ाने का काम : महाजन

उज्जवल हिमाचल ब्यूरो। धर्मशाला

कोविड 19 के चलते यहां केंद्र सरकार आम जनता को संकट से उभारने के लिए बिशेष राहत पैकेज देने का दावा कर रही है तो दूसरी ओर प्रदेश सरकार ने प्रदेश के लाखों एपीएल श्रेणी के लोगों को मिलने वाले सस्ते राशन व उसपर दी जाने वाली सब्सिडी पर 50 फीसदी की कटौती कर दी है जिससे जनता को समझ ही नही आ रहा है कि ऐसे समय में यह राहत है या आफत। जिला कांग्रेस अध्यक्ष अजय महाजन ने कहा कि इस समय कोविड 19 के कारण पैदा हुए संकट में हर वर्ग बुरी तरह आहत हुआ है। किसान, मजदूर , कामगार और अन्य वर्ग के लोग करीब दो माह से काम धंधे, व्यापार, उद्योग सब बंद पड़ने से खाली हाथ बैठे हुए हैं लोगों को दो वक्त की रोटी के जुगाड़ के लाले पड़े हुए हैं।

ऐसे में सरकार को चाहिए था कि कम से कम जब तक यह महामारी का प्रकोप पूरी तरह से थम नही जाता तब तक बीपीएल श्रेणी के लोगों की तर्ज पर एपीएल परिवारों को भी मुफ्त राशन का प्रावधान कर उन्हें संकट के दौर के उभारने में राहत दी जाती, लेकिन इसके विपरीत 12 लाख एपीएल परिवारों के सस्ते राशन में कटौती और सब्सिडी को खत्म करने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा किया गया यह फैसला कतई न्याय संगत नही है।

महाजन ने कहा कि प्रदेश में करीब 12 लाख एपीएल परिवारों में अधिकतर लोग मध्यम और निम्न वर्ग से सम्बंधित है जो सरकार से यह अपेक्षा रख रहे थे कि आर्थिक तौर पर पिछड़ रहे उक्त लोगों का पूरा ध्यान सरकार रखेगी लेकिन सरकार के उक्त फरमान ने उनकी और मुसीबतें बढ़ाने का काम किया है। महाजन ने कहा कि इससे पहले सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर बैट की दर बढ़ाकर और अब प्रदेश के करीब 12 लाख एपीएल परिवारों के सस्ते राशन और सब्सिडी पर कैंची मारकर कटौती करने के लिए जो गलत फैसले लिए हैं इन फैसलों से प्रदेश की जनता पूरी तरह टूट जाएगी और हर तरफ त्राहि त्राहि ही मचेगी।

महाजन ने कहा कि संकट में फंसे लोगों को राहत देने के बजाय आए दिन उन्हें निचोड़कर रख देने वाले फैसले सरकार की कार्यशैली पर भी गम्भीर सवालिया निशान लगा रहे हैं। महाजन ने कहा कि यदि वर्तमान स्थिति से पैदा हुए हालात का सारा बोझ जनता के सिर ही डालना है तो क्या फिर सरकार पत्थर पर घिसने के लिए बनाई गई है। इस समय कांग्रेस पार्टी जिम्मेदार विपक्ष के नाते ऐसे फैसलों पर चुप नही रहेगी। महाजन ने कहा कि कांग्रेस संकट की घड़ी में फंसे लोगों के प्रति ऐसा व्यवहार कतई सहन नही किया जाएगा