उज्जवल हिमाचल ब्यूरो। धर्मशाला
विधान सभा क्षेत्र धर्मशाला के विधायक विशाल नैहरिया ने कहा कि विश्व, देश और प्रदेश कोरोना जैसी महामारी से जूझ रहा है। इस महामारी के बीच भी कुछ लोग राजनीति करने से पीछे नहीं हट रहे हैं। कोरोना के संक्रमण में आ रहे मरीजों को समाज के सहयोग की जरुरत है, लेकिन कुछ लोग अपनी राजनीति को चमकाने के चक्कर में कोरोना संक्रमित मरीजों के दिलों में भय पैदा करने का प्रयास कर रहे हैं। क्षेत्रीय अस्पताल को कोरोना सेंटर बनाने पर हो रही राजनीति गलत है। कोरोना महामारी के बीच उन सभी लोगों को दलगत राजनीति से उठकर मानवता का साथ देने की अपील राजनीतिक दलों और नेताओं से की है।
विधायक ने कहा कि कोरोना महामारी के बीच अपना अस्तित्व खो चुके कुछ नेता अपनी राजनीति चमकाने के चक्कर में क्षेत्रीय अस्पताल धर्मशाला को कोविड सेंटर बनाने का विरोध कर रहे हैं। साथ ही अन्य लोगों को भी इस मामले में गुमराह कर रहे हैं। हालांकि, सरकार और प्रशासन ने धर्मशाला की जनता को बताया है कि धर्मशाला अस्पताल में कोविड सेंटर के साथ ओपीडी और आपातकालीन सुविधाएं जारी रहेंगी। फिर भी राजनीतिक जमीन तलाशने के लिए कुछ लोग अब जनता को गुमराह कर रहे हैं। यदि कहीं भी कोविड सेंटर नहीं बनेंगे, तो बेचारे कोरोना के मरीजों का उपचार कहां हो पाएगा? एक तरफ सरकार, प्रशासन, पुलिस, स्वास्थ्य कर्मी और सफाई कर्मचारी कोरोना योद्धा बनकर समाज की सेवा में लगे हुए हैं। जबकि सरकार और प्रशाशन पहले ही यह बता चुके हैं कि कोई ओपीडी बंद नहीं होगी।
जरूरत पड़ने पर ओपीडी को धर्मशाला महाविद्यालय मे चंद घण्टो के भीतर शुरू कर दिया जाएगा। किसी को भी कोई दिक्कत नहीं होगी। बावजूद इसके कुछ लोग आए दिन उपायुक्त कार्यालय में पहुंचकर क्षेत्रीय अस्पताल धर्मशाला को कोरोना सेंटर बनाने का विरोध कर कोरोना योद्धाओं का मनोबल भी तोड़ रहे हैँ। क्षेत्रीय अस्पताल धर्मशाला को कोरोना सेंटर मामले में राजनीति कर रहे लोगों से पूछा है कि यदि भगवान न करे आपके परिवार के किसी व्यक्ति को संक्रमण जकड़ लें, तो उनका उपचार कहां किया जाएगा