भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक आज, प्रधानमंत्री मोदी करेंगे संबोधन, इन मुद्दों पर होगी चर्चा

उज्जवल हिमाचल डेस्क…

दो महिनों बाद देश के पांच राज्यों में विधानसभा के चुनाव होने जा रहे है। विधानसभा के चुनावों को लेकर सभी दलों ने अपनी तैयारियां शुरूा कर दी है। इसी के बीच भाजपा ने भी अपनी चुनावों के लिए कमरकस ली है, और आए दिनों बैठकों पर बैठकें कि जा रही है। आज भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक होने जा रही है। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की अध्यक्षता में होनी वाली इस बैठक की शुरुआत उनके अध्यक्षीय भाषण से होगी जबकि इसका समापन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबोधन से होगा।

कोविड प्रोटोकाल को ध्यान रखते हुए नई दिल्ली नगरपालिका परिषद के कन्वेंशन सेंटर में होने जा रही इस बैठक के बारे में भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह ने विस्‍तार से जानकारी दी। बैठक में ये नेता होंगे शामिल भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह ने बताया कि कोविड प्रोटोकाल को ध्यान में रखते हुए राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के लिए सभी सदस्यों को दिल्ली नहीं बुलाया गया है। बैठक में कार्यसमिति के केवल 124 सदस्य उपस्थित रहेंगे। बैठक में इनमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के अलावा राजनाथ सिंह, अमित शाह, नितिन गडकरी, राज्य सभा में नेता सदन पीयूष गोयल, निर्मला सीतारमण समेत सभी केंद्रीय मंत्री और कार्यसमिति के अन्य सदस्य शामिल होंगे।

विधानसभा चुनावों को लेकर बनाई जाएगी रणनीति

भाजपा के राष्ट्रीय मुख्यालय में संवाददाताओं को संबोधित करते हुए पार्टी महासचिव अरुण सिंह ने बताया कि राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में पांच राज्यों. उत्तर प्रदेशए उत्तराखंडए पंजाबए गोवा और मणिपुर में होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियों की समीक्षा होगी। विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्रीए प्रदेश अध्यक्ष और राष्ट्रीय कार्यकारिणी के अन्य सदस्य प्रदेशों के कार्यालय में बैठकर इस बैठक से वर्चुअली जुड़ेंगे।

बैठक से प्रदेश अध्यक्षों के नेतृत्व में 36 राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों की इकाइयां डिजिटल माध्यम से जुड़ेंगी। यह बैठक ऐसे समय होने जा रही है जब आने वाले दिनों में पांच राज्‍यों में विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं। यही नहीं हाल ही में आए उपचुनाव के नतीजे कुछ राज्यों में भाजपा के लिए खास अच्‍छे नहीं रहे हैं। ऐसे में भाजपा के शीर्ष नेताओं की ओर से पश्चिम बंगालए राजस्थान और हिमाचल प्रदेश जैसे राज्‍यों में मौजूदा सियासी हालात को लेकर नए सिरे से विचार किए जाने की भी संभावना है।