बद्दी के नालों में फार्मा कंपनी ने छोड़ा नीले रंग का ज़हरीला पानी

सुरिंन्द्र सिंह सोनी। बद्दी

बद्दी-नालागढ़ नेशनल हाईवे पर भुड्ड बेरियर स्थित मखनूमाजरा मार्ग से फार्मा कंपनी ने नीले रंग का ज़हरीला पानी छोड़ दिया। बुधवार सुबह से देर शाम तक नीले रंग का ज़हरीला पानी सरेआम प्रदूषण बोर्ड के दावों को फेल साबित करता रहा। लेकिन कोई भी अधिकारी सैंपल लेने के लिए मौक़े पर नहीं पहुंचा जबकि स्थानीय लोगों द्वारा शिकायत भी दी गई थी।

सड़कों पर बहता कैमिकल प्रदूषण बोर्ड की कार्यप्रणाली पर कई सवाल खड़े कर रहा है कि आखि़र प्रदूषण बोर्ड के अधिकारी इन लापरवाह उद्योगों पर नकेल कसने में क्यूं आनाकानी कर रहे है। लोगों का कहना है कि सड़कों व नालों में बहता जहर पशुओं व सिंचाई योजनाओं में घुलकर नुक़सान पहुंचा रहा है लेकिन प्रदूषण बोर्ड के अधिकारी सिर्फ़ कमरों में बैठकर प्रदूषण मुक्त के दावे कर रहे हैं।

कंपनियों द्वारा छोड़ा जा रहा कैमिकल नदी व नालों से होकर सरसा नदी में मिल रहा है ज़बकि एनजीटी पहले ही सरसा नदी में कैमिकल युक्त पानी को लेकर सख्त चल रही है लेकिन प्रदूषण बोर्ड बद्दी के अधिकारी एनजीटी के नियमों को भी ठेंगा दिखा रहे है। बता दें कि सरसा नदी का पानी सतलुज में मिलकर राजस्थान तक पहुँच रहा है। जिसके कारण सतलुज भी ज़हरीली होती जा रही है लेकिन प्रदूषण बोर्ड के अधिकारियों पर कोई असर नहीं पड़ रहा है।

क्या कहते है प्रदूषण बोर्ड बद्दी के एस.डी.ओ
प्रदूषण बोर्ड बद्दी के SDO पवन ने बताया कि हमें सूचना मिली थी जिसके बाद मौक़े का निरीक्षण किया गया। लेकिन तब तक पानी बंद हो चुका था। उन्होंने बताया कि जाँच में पाया कि एक साथ लगती फार्मा  कंपनी द्वारा यह पानी छोड़ा गया है जिसका नोटिस जारी करते हुए जवाब देने को कहा है।