उज्ज्वल हिमाचल। नादौन
प्राथमिक चिकित्सा प्रबंधन में क्षमता निर्माण एवं ओरिएंटेशन विषय पर बुधवार को सिद्धार्थ राजकीय उत्कृष्ट महाविद्यालय नादौन में प्राथमिक चिकित्सा प्रबंधन में क्षमता निर्माण एवं ओरिएंटेशन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम एनसीसी, एनएसएस तथा आर एंड आर के संयुक्त तत्वावधान में संपन्न हुआ। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में बीएमओ नादौन डॉ. केके शर्मा एवं दीक्षा शर्मा उपस्थित रहे। इस अवसर पर डॉ. केके शर्मा ने प्राथमिक चिकित्सा की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए समाज में बढ़ती ड्रग्स की समस्या पर गहरी चिंता व्यक्त की।
उन्होंने बताया कि किस प्रकार नशीली दवाओं का दुरुपयोग व्यक्ति के शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित करता है। इसके साथ ही उन्होंने क्षय रोग के कारणों, लक्षणों एवं उपचार के बारे में जानकारी दी और स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए संतुलित आहार एवं नियमित व्यायाम को महत्वपूर्ण बताया। दीक्षा शर्मा ने सीपीआर की प्रक्रिया एवं तकनीकों पर विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने सीपीआर का लाइव डेमोंस्ट्रेशन भी किया जिससे उपस्थित प्रतिभागियों को इसे व्यवहारिक रूप से सीखने का अवसर मिला। उन्होंने बताया कि आपातकालीन स्थिति में सीपीआर देना किसी की जान बचाने में निर्णायक भूमिका निभा सकता है।
कार्यक्रम के दौरान उपस्थित छात्र छात्राओं को प्राथमिक चिकित्सा कौशल आपातकालीन परिस्थितियों में त्वरित प्रतिक्रिया, घावों की देखभाल, रक्तस्राव नियंत्रण, जीवन रक्षक तकनीकों एवं आवश्यक उपकरणों के सही उपयोग की जानकारी प्रदान की गई। इस अवसर पर प्रयोगात्मक प्रशिक्षण भी दिया गया जिसमें प्रतिभागियों ने सीपीआर एवं प्राथमिक उपचार से जुड़ी अन्य तकनीकों का अभ्यास किया। कार्यक्रम में डॉ. नीतिका, डॉ. मंजू ठाकुर, डॉ. रीतिका जम्वाल, प्रो. योगेश कौंडल, प्रो. अनित शर्मा, कैप्टन यशपाल चोपड़ा, डॉ. अंजू और प्रो. आदिका की उपस्थिति रही। कार्यक्रम के अंत में प्रो. योगेश कौंडल ने सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य प्रतिभागियों को आपातकालीन परिस्थितियों में त्वरित एवं प्रभावी रूप से प्रतिक्रिया देने के लिए प्रशिक्षित करना था जिससे वे भविष्य में किसी भी आपात स्थिति में सहायता प्रदान कर सकें और जीवन बचाने में अपनी भूमिका निभा सकें।