टीबी मरीजों के निक्षय मित्र बने कैप्टन संजय ने जारी रखा है पाेषण अभियान

टीम पराशर अभियान के तहत क्षेत्र के मरीजाें को पहुंचा रही पाेषण किट

Captain Sanjay, who became a friend of TB patients, continues the transmission campaign
जसवां-परागपुर पूर्ण रूप से टीबी मुक्त हो जाए, इसके लिए भी कार्य किया जाएगा।

चिंतपूर्णी: चुनावी मोड से निकलकर समाजसेवक संजय पराशर ने फिर से सामाजिक सरोकारों को निभाना शुरू कर दिया है। जसवां-परागपुर क्षेत्र में टीम के सदस्य टीबी मरीजों को पोषण किटें पहुंचा रहे हैं। पराशर इन मरीजों के निक्षय मित्र हैं और उसके बाद से उनके लिए पोषण किट भेजते रहे हैं। चुनाव के समय में यह प्रक्रिया रोक दी गई थी, लेकिन मतदान खत्म होने के बाद पराशर का यह कदम सच में बीमारी से जूझ रहे मरीजों के लिए हौसला देने वाला है। संजय खुद भी टीबी मरीजों से मिलने पहुंचते रहे हैं।

वहीं, पराशर की टीम इन मरीजों को इस बीमारी से संबंधित सावधानियों को लेकर भी अवगत करवाती है। अभियान के तहत कुल 74 मरीजों को दवाइयां व पोषक किट देने का लक्ष्य हर माह तय किया जाता है। मरीजों को तीन दिन के भीतर यह सामग्री पहुंचाने की प्रक्रिया पूर्ण की जाती है। वहीं, संजय पराशर ने कहा कि मरीजों के स्वस्थ होने तक उनका यह अभियान जारी रहेगा और जसवां-परागपुर पूर्ण रूप से टीबी मुक्त हो जाए, इसके लिए भी कार्य किया जाएगा।

भारत को टीबी मुक्त करने के लिए छेड़े गए देशव्यापी अभियान में संजय पराशर ने 74 टीबी मरीजों को गोद ले लिया है। टीबी उन्मूलन के लिए पराशर ने जमीनी स्तर पर कार्य किया है और इसके लिए बकायदा एक विशेष टीम का गठन किया गया है और मरीजों को राहत देने के लिए टीम उनके घर पहुंच कर पोषण टीम दे रही है। स्वास्थ्य मंत्रालय की गाइडलाइन के मद्देनजर संजय ने टीबी मरीजों के लिए पोषण किट तैयार की।

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इस अभियान के तहत 1000 रुपये कीमत वाली न्यूट्रिएंट्स किट मरीज को पराशर द्वारा दी जा रही है, जिसमें न्यूट्रीशन वैल्यू के हिसाब से महीने भर के पोषण आहार की वस्तुएं हैं। पोषण किट में अनाज, दालें, सरसों का तेल, मूंगफली दाना, दूध पाउडर और सोया नगेट शामिल है। इसके अलावा मरीजों को सब्जी व फल, विटामिन बी और खनिज पदार्थ जैसे पोषक तत्व उपलब्ध करवाने की भी पराशर ने तैयारी कर ली है और हर माह इन खाद्य पदार्थों को संजय द्वारा मरीजों के घर तक पहुंचाया जाएगा। दवाइयों की जरूरत पड़ने पर मरीजों को होम डिलीवरी भी दी जा रही है। इस क्रम में संजय ने निर्णय लिया है कि वह व्यक्तिगत रूप से इन मरीजों से मिलकर उनका हौसला बढ़ाएंगे।

वहीं, कैप्टन संजय ने कहा कि सरकार ने भारत को 2025 तक पूर्ण रूप से टीबी उन्मूलन की बात कही है। निश्चित तौर पर जसवां-परागपुर क्षेत्र भी इससे पहले टीबी बीमारी से मुक्त होगा, ऐसा उनका मानना है। कहा कि निक्षय मित्र बनने के बाद वह इन मरीजों की हर सुख-सुविधा का ख्याल रखा जा रहा है। हर मरीज के घर पोषण किट पहुंचाने की व्यवस्था के साथ फल और अन्य पोशक तत्वों को देने का भी प्लान तैयार हो चुका है।

संवाददाताः ब्यूरो चिंतपूर्णी

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