उज्जवल हिमाचल। बिलासपुर
लुहनु ग्राउंड बिलासपुर में चल रहे प्राचीन नलवाड़ी मेले में पशु प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। गौरतलब है कि 133 साल पुराना यह मेला पशु मेले के नाम से जाना जाता था और उस समय यहां व्यापारी ऊंटों पर सामान लेकर पहुंचते थे। रोपड़, नालागढ़ व बिलासपुर के ग्रामीण इलाकों से बैलों की मंडी नलवाड़ी मेले में लगती थी और हजारों की संख्या में पशुओं की खरीद फरोख्त होती थी।
वहीं अब नलवाड़ी मेले में पशुओं की क्रय-बिक्री तो नहीं होती मगर पशुओं को मेले से जोड़े रखने के लिए हर साल पशु प्रतियोगिता का आयोजन करवाया जाता है। वहीं इस बार भी नलवाड़ी मेले में पशु पालन विभाग द्वारा इस प्रतियोगिता का आयोजन किया गया है। जिसमें सैंकड़ों पशु पालकों ने भाग लिया।
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वहीं, पशु प्रतियोगिता की जानकारी देते हुए पशु पालन विभाग बिलासपुर के उप निदेशक डॉक्टर विपन कुमार ने कहा कि इस प्रतियोगिता के आयोजन के लिए जिला प्रशासन की ओर से ढाई लाख रुपये, एनटीपीसी की तरफ से डेढ़ लाख रुपये व पशु पालन विभाग की तरफ से 50 हजार रुपये की राशि दी गयी है जिसके तहत बेहतरीन नस्ल के टॉप थ्री पशुओं को चयनित कर पशु मालिकों को नकद राशि ईनाम में दी जाएगी।
इसके साथ ही प्रतियोगिता में भाग लेने वाले हर पशु पालक को भी ईनाम के रूप में कुछ ना कुछ सहयोग राशि प्रदान की जाएगी। वहीं प्रतियोगिता में आने वाले पशु पालकों को न्यूट्रिकाना पशु आहार की तरफ से फ्री फीड भी दी जा रही है।