चंबा HRTC डिपो की बस ने रास्ते में तोड़ा दम, बस में बैठे यात्री हुए परेशान

उज्जवल हिमाचल। चंबा
चम्बा जिला में अब घर से बाहर निकलने से पहले 10 बार सोचना पड़ता है एचआरटीसी चंबा डिपो की गाड़ी में सफर किया जाए या नहीं। बताते चले की आए दिन चंबा डिपो की गाड़ी अक्सर रास्ते में दम तोड़ देती है या फिर उन गाड़ियों में चलते ही आग लग जाती है।

ऐसा एक बार नही बल्कि कई बार घटित हो चुका है और अब इसी तरह का एक और मामला देखने को मिला। गत दिवस चम्बा से देहरादून की और जा रही बस रात के समय धमेटा के पास अचानक से खराब हो गई। इस सर्दी के मौसम में बस में बैठी सभी सवारियों को जिनमे बच्चे और महिलाएं भी थी।

सब को बस से उतारकर सड़क में खड़ा कर दिया गया ताकि दूसरी बस आए और उस बस में इन सभी लोगों को बिठाकर भेजा जा सके। इतना ही नहीं इस बस में बैठी सभी सवारियों को चालक और परिचालक ने जिस जगह पर बस खराब हुई थी उस जगह से 20 किलोमीटर पीछे ले जाया गया ताकि देहरादून से चंबा आ रही बस में उन सभी सवारियों को बिठाकर ले जाया जा सके।

इस बारे बस में बैठे लोगों से बात की गई तो भड़के लोगों ने क्या क्या नहीं कहा। हालंकि इस बीच खराब बस के चालक परिचालक इन लोगों को समझाते रहे कि आपको दूसरी बस आने पर जल्द भिजवा दिया जायेगा। पर हमेशा से एचआरटीसी पर यही सवाल उठता आ रहा है कि किसी भी गाड़ी की संशिक्त जांच के बाद उसको छोटे या फिर लंबी दूरी पर क्यों नही भेजा जाता है।

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जिस वजह से बस में सवार सभी यात्रीओं को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। इस बस में कुछ युवक इंटरव्यू के लिए तो कुछ लोग अपने- अपने जरूरी कार्यों के लिए जा रहे थे। आपको बताते चले कि जो बस खराब थी उस बस कि सवारियों को लेने के लिए देहरादून से चम्बा आ रही बस को 20 किलोमीटर पीछे ले जाया गया

इस बीच जो सवारियां देहरादून से चम्बा आ रही थी उन्हें बीच रास्ते में ही बिना बताए उतार दिया गया और खराब हुई बस कि सवारियों को ले जाने के लिए देहरादून से चम्बा की और आ रही बस को वापिस 20 किलोमीटर पीछे ले जाया गया।

जिस वजह से सवारियों को काफी परेशानी उठानी पड़ी जिसमें बच्चे और महिलाएं शामिल थे। यात्रियों का कहना था कि उन्हें बिना बताए बीच रास्ते में ही उतार दिया गया। जो कि सरासर गलत बात थीं। उन्होने कहा कि कम से कम उन्हें एक बार इस बारे में बताना चाहिए था।

उनका कहना है कि बस में बैठते ही हमारी जिंदगी ही बस ड्राइवरों के हवाले हो जाती कि जब चाहे जहाँ मर्जी घुमा के ले जाए। यात्रियों ने सरकार व् प्रशासन से आग्रह किया है कि चम्बा डिपो के लिए नई बसें भेजी जाए। वहीं इस बारे में जब आरएम् चम्बा सुगल सिंह से बात कि गई तो उन्होंने बताया कि यह बहुत अफ़सोस कि बात है कि चालक परिचालकों को गाड़ी वापिस ले जाने से पहले यात्रियों को सूचित अवश्य करना चाहिए था। उन्होंने आश्वासन दिया है कि भविष्य मैं ऐसी गलती नहीं दोहराई जाएगी और बहुत जल्द आवाजाही के लिए अच्छी बसों को भेजा जाएगा।

संवाददाताः शैलेश शर्मा

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