उज्ज्वल हिमाचल। चंबा
हाल ही में केंद्र सरकार द्वारा जारी किए गए बजट को सीटू ने सीधे-सीधे गरीब जनता विरोधी करार देते हुए आज मुख्यालय चंबा में जबरदस्त रोष प्रदर्शन रैली निकाली, जिसमें आशा वर्कर, आंगनबाड़ी वर्कर्ज, मिड डे मिल, व अन्य संस्थाओं से जुड़े महिला और पुरुष वर्ग के लोगों ने जबरदस्त रोष प्रदर्शन किया। सीटू के झंडे तले इन लोगों का रोष
प्रदर्शन सीधे-सीधे केंद्र सरकार द्वारा जारी किए गए उस बजट पर था जिसमें केंद्र सरकार ने केवल मध्यम वर्ग के लोगों को राहत पहुंचाने में ही अपनी दिलचस्वी दिखाई है जबकि धरातल से जुड़े गरीब लोगों को सीधे ही नजर अंदाज कर दिया गया है। यह बात आज सीटू की जिला महासचिव सुदेश ठाकुर ने निकाले गए विरोध प्रदर्शन के बाद मीडिया को बताई।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने जो 1 फरवरी को बजट पेश किया है उसके विरोध में हम प्रदर्शन कर रहे है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से मिडल क्लास के लोगों को राहत दी गई है। उससे उन लोगों को तो फायदा हो सकता है पर धरातल से जुड़े लोग जिनको की सस्ता राशन देने की दुहाई लगाई है, वह सब कहां है। उन्होंने केंद्र सरकार को घेरते हुए कहा कि सरकार महिला सशक्तिकरण की बात करती है पर इस बजट में आशा वर्कर, आंगनबाड़ी वर्कर, मिड डे मिल, व अन्य संस्थाओं से जुड़े महिला और पुरुष वर्ग के लोगों के हित के लिए यह बजट बिल्कुल भी सकारात्मक नहीं है और यह बजट रोजगार बहिन है।
उन्होंने यह भी कहा कि जिस तरह से लगातार महंगाई बढ़ रही है उसको देखते हुए इन गरीब लोगों के वेतन में तो कोई बढ़ोतरी नहीं हो रही है पर इसके बावजूद केंद्र सरकार इस महंगाई को कैसे नियंत्रित किया जाए सरकार ने कोई ठोस योजना नहीं बनाई है। उन्होंने कहा केंद्र की इस सरकार ने देश को दो भागों में विभाजित कर दिया है, जिसमें एक धड़ा अमीर पूंजीपतियों का है तो दूसरा धड़ा उन धरती से जुड़े गरीब लोगों का है जिनको कि दो वक्त की रोटी कमाने के लाले पड़ जाते है। उन्होंने एक बार फिर से इस बजट को गरीब विरोधी बताते हुए कहा है कि हम इस बजट का विरोध करते है और हम आगे भी इसका विरोध करते रहेंगे।
संवाददाता : शैलेश शर्मा