उज्जवल हिमाचल। कांगड़ा
इनर व्हील क्लब व सिटी हॉस्पिटल मटौर घुरकड़ी कांगड़ा ने प्रदूषण नियंत्रण वोर्ड के मुख्य अधिकारी संजीव शर्मा व उनके साथ आए टीम के सदस्य, वरुण गुप्ता, पूजा कोंडल, अजय वर्मा तथा पवन के नेतृत्व में वीरता सीनियर सेकेंडरी स्कूल कांगड़ा के सहयोग से पर्यावरण दिवस मनाया। पर्यावरण दिवस के इस उपलक्ष्य पर सिटी हॉस्पिटल कांगड़ा के आसपास जितने भी गंदगी फैली हुई थी वहां की साफ सफाई की और लोगों को सफाई के बारे जागरूक भी किया। पर्यावरण दिवस पर स्कूल के छात्रों के लिए पोस्टर मेकिंग और स्लोगन लेखन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। छात्रों ने स्कूल इलाके के पास एक जागरूकता रैली निकाली और मानव निर्मित गतिविधियों के कारण पर्यावरण असंतुलन को संतुलित करने के लिए अधिक से अधिक पेड़ लगाने के प्रति जागरूकता फैलाई।
इस वर्ष की थीम “भूमि बहाली, मरुस्थलीकरण और सूखा लचीलापन” के संबंध में क्लब अध्यक्ष डॉ. मोनिका मक्कड़ और वरिष्ठ वैज्ञानिक अधिकारी संजीव शर्मा द्वारा एक व्याख्यान दिया गया, जिसमें छात्रों को रस की ताजगी दी गई। वरुण गुप्ता पर्यावरण अभियंता ने विद्यालय प्राधिकारियों को बरसात के मौसम में विद्यालय परिसर में रोपे जाने वाले पौधे दिए। इस कार्यक्रम में इनरव्हील क्लब कांगड़ा के सदस्यों, सिटी अस्पताल के प्रशासकों और प्रदूषण बोर्ड के अधिकारियों ने भाग लिया। पुरस्कार विजेताओं को मोमेंटो दिए गए। पोस्टर मेकिंग में प्रियंका प्रथम, पलक द्वितीय और कामिनी तृतीय स्थान पर रहीं। नारा लेखन में रितिका प्रथम, मीना द्वितीय तथा रीता तृतीय स्थान पर रही।
प्राकृतिक वातावरण हमें चारों ओर से घेरे हुए
इस अवसर पर सिटी हॉस्पिटल कांगड़ा के प्रबंधक निर्देशक डॉ. आशीष गर्ग, डॉ. प्रदीप मक्कड़ व डॉक्टर राजीव डोगरा ने कहा कि कि प्राकृतिक वातावरण हमें चारों ओर से घेरे हुए है। पेड़ पौधे, बगीचे, पर्वत, नदी, तालाब आदि से हमारा वातावरण स्वच्छ रहता है। इसलिए पर्यावरण को स्वच्छ रखने के लिए हमें अपने आसपास साफ-सफाई और छायादार पौधों का अधिक से अधिक रोपण करना होगा। उन्होंने कहा की हमें किसी भी प्रकार का प्रदूषण नहीं फैलाना चाहिए। पेड़ों से हमें शुद्ध हवा मिलती है। पेड़ प्रदूषण को रोकने में भी सहायक हैं। प्लास्टिक का कम से कम प्रयोग किया जाए। सब्जी या फिर किसी भी सामान के लिए कपड़े के थैले का प्रयोग करना चाहिए। हम सब मिलकर ही वातावरण को प्रदूषित होने से बचा सकते हैं।
पर्यावरण प्रकृति की सबसे बड़ी देन
उन्होंने कहा की पर्यावरण प्रकृति की सबसे बड़ी देन है, इसलिए हमें पर्यावरण की रक्षा करनी चाहिए। हमें हरे पेड़ों का अंधाधुंध कटान रोकना होगा। क्योंकि पर्यावरण को नष्ट करना जीवन को खतरे में डालना है। जिस स्तर पर भी हो हमें पर्यावरण को बचाने के उपाय हर हाल में करने होंगे। उन्होंने कहा कि हर एक मनुष्य को अपने जीवन के सुखद समय पर या किसी खुशी के मौके पर एक पौधा जरूर लगाना चाहिए ताकि हम अपने पर्यावरण को बचा सके। इस अवसर पर सिटी हॉस्पिटल कांगड़ा के सभी स्टाफ ने मिलकर अपने हॉस्पिटल के आसपास की सफाई की और पर्यावरण को स्वच्छ रखने का संदेश दिया।