उज्जवल हिमाचल। शिमला
पिछले 3 दिनों से कुल्लू मंडी लाहौल स्पीति, किन्नौर का दौरा करने के बाद मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू वीरवार को शिमला लौट आए हैं और शिमला पहुंचे सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि वे 3 दिन से कुल्लू मंडी बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के दौरे पर थे। बरसात से काफी ज्यादा नुकसान हुआ है और प्रशासन ने भी तेजी से कार्य किया और खासकर कुल्लू में बिजली पानी 48 घंटे के भीतर ही रिस्टोर कर दिया गया है।
कुल्लू में ही 70 हजार के करीब पर्यटक फंसे हुए थे जिसमें से 60 हजार पर्यटकों को भेज दिया गया है और 10 हजार पर्यटक ऐसे हैं जिनकी यहां पर गाड़ियां हैं और वह गाड़ियां लेकर ही जाना चाहते हैं और इसमें से अधिकतर पर्यटक कसोल खीरगंगा में थे इसमें विदेशी पर्यटक भी शामिल है।
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इन पर्यटकों को भी सुरक्षित प्रदेश से बाहर भेजा जाएगा। इसके अलावा चंद्रताल से भी 300 से अधिक पर्यटकों को सुरक्षित निकाल लिया गया है। चंद्रताल में पर्यटकों को निकालने के लिए खुद बागवानी मंत्री जगत सिंह वहां पहुंचे थे और सभी को सुरक्षित वहां से निकाल दिया गया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में हुई भारी बरसात से 4000 करोड़ से ज्यादा का नुकसान हुआ है और इसको लेकर प्रधानमंत्री गृहमंत्री से भी बात की गई है और आर्थिक मदद करने का आग्रह किया गया है।
वही नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर द्वारा रेस्क्यू ऑपरेशन को लेकर उठाए गए सवालों पर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि यह राजनीति करने का समय नहीं है और सरकार विधानसभा में विपक्ष को जवाब देगी।
उन्होंने कहा कि भाजपा के शासन काल में जब शिमला में पीलिया फैला था तब काफी मौतें हुई थी और सरकार उस समय इस पर नियंत्रण नहीं पा सकी थी लेकिन अभी जो आपदा आई है उसमें प्रदेश सरकार ने तुरंत राहत बचाव कार्य किए और पर्यटकों को सुरक्षित बाहर निकाला और लोगों को राहत देने का काम किया हैउन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकार काम करने में विश्वास रखती है।