शिमला:- सिरमौर के गिरिपार क्षेत्र के हाटी समुदाय को जल्द जनजातीय दर्जा देने को केंद्रीय मंत्रीमंडल ने मंजूरी दे दी है। गिरिपार को जनजातीय क्षेत्र का दर्जा भी मिल गया है। हाटी समुदाय पांच दशकों से जनजातीय दर्जा देने की मांग कर रहा था।
इस फैसले के बाद 1 लाख 59 हज़ार 716 लोगों को फायदा मिलेगा। 389 गाँव इसके दायरे में आयेंगे। केंद्रीय जनजातीय विभाग ने हिमाचल सरकार की ओर से भेजे गए ड्राफ्ट को पहले ही मंजूरी दे दी थी। जिसको बीते कल कैबिनेट ने मंजूरी दे दी गई है।
1967 में जोनसार बाबर को जनजातीय क्षेत्र का दर्जा दे दिया गया था लेकिन गिरिपार का क्षेत्र बंचित रह गया था। 55 साल बाद 14 जातियों को इसका लाभ मिलेगा।
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हाटी समुदाय की 154 पंचायतों को इसका लाभ मिलेगा। हाटी समुदाय से 91 हजार 446 अनुसूचित जाति के लोगों को इससे अलग रखा गया है। हिमाचल प्रदेश के सिरमौर ज़िले के 1 लाख आबादी को मिलेगा।
सिरमौर ज़िले के चार विधानसभा पच्छाद के 27,261 रेणुका के 50,475, सिलाई 60,775 व पांवटा साहब 25,323 के लोग जनजातीय आरक्षण के दायरे में शामिल होंगे। इस क्षेत्र के तहत 91,446 लोग अब क्षेत्र में अनुसूचित जाति के लोग रह गए है।
हालांकि अनुसूचित जाति के लोग इसका विरोध कर रहे हैं। अब देखना होगा कि चुनावों से ठीक पहले भाजपा के इस मास्टर स्ट्रोक का किसको फ़ायदा मिलेगा। सबसे ज्यादा लाभ शिलाई विधानसभा क्षेत्र को मिलेगा।
ब्यूरो शिमला