कांग्रेस जेपीसी की मांग से नहीं हटेगी पीछे: जयराम रमेश

कांग्रेस जेपीसी की मांग से नहीं हटेगी पीछे: जयराम रमेश

उज्जवल हिमाचल। दिल्ली
कांग्रेस ने अडाणी समूह से जुड़े मामले को “मित्रवादी पूंजीवाद“ की मिसाल करार देते हुए मंगलवार को कहा कि अगर इस मामले पर सरकार के पास छिपाने के लिए कुछ नहीं है। तो उसे संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) की मांग स्वीकार करनी चाहिए।
पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने गृह मंत्री अमित शाह के एक बयान के संदर्भ में यह टिप्पणी की। शाह ने कहा है कि अडाणी समूह के मामले में छिपाने के लिए कुछ नहीं है।

रमेश ने यह भी कहा कि उन्होंने इस मामले की निष्पक्ष जांच की मांग करते हुए रिजर्व बैंक के गवर्नर और सेबी प्रमुख को पत्र लिखा है। उनका कहना था कि कांग्रेस जेपीसी की मांग से पीछे नहीं हटेगी। उन्होंने कहा कि अगर छिपाने के लिए कुछ नहीं है, तो जेपीसी की मांग से क्यों भाग रहे हैं?

यह भी पढ़ेंः BBC के दिल्ली ऑफिस पर पड़ा इनकम टैक्स का छापा

सरकार के लोग संसद में जेपीसी का जिक्र तक नहीं करने देते। रमेश ने कहा कि अगर छिपाने के लिए कुछ नहीं है, तो जेपीसी की मांग स्वीकार करिये। जेपीसी को एक समय सीमा दे दीजिए, अडाणी की जांच कराइये।

उनका कहना था कि कहते हैं कि जांच हिंडनबर्ग की कराएंगे। जांच तो अडाणी की होनी चाहिए, प्रधानमंत्री से उनके रिश्ते की जांच करिये। रमेश ने कहा कि कांग्रेस हमेशा निजी निवेश के पक्ष में रही है। हम हमेशा उद्यमशीलता के पक्ष में हैं। यही आर्थिक तरक्की का रास्ता है।

संवाददाताः ब्यूरो डेस्क

हिमाचल प्रदेश की ताजातरीन खबरें देखने के लिए उज्जवल हिमाचल के फेसबुक पेज को फॉलो करें।