उज्जवल हिमाचल । धर्मशाला
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मीडिया पैनलिस्ट संजीव गांधी ने जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू द्वारा प्रदेश हित में लिए गए विभिन्न निर्णयों की सराहना करते हुए कहा कि सुक्खू सरकार जनहित को ध्यान में रखते हुए कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार के हालिया निर्णय जैसे शून्य बिजली बिल की अव्यवहार्य योजना को समाप्त करना तथा इसे एक परिवार एक मीटर तक सीमित करना, जबकि बीपीएल (गरीबी रेखा से नीचे) तथा बिजली उपभोक्ताओं की अन्य मूल्यवान श्रेणियों को इससे छूट दी गई है। इस निर्णय से प्रति वर्ष 200 करोड़ रुपये से अधिक की बचत होगी तथा बदले में हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत बोर्ड को प्रति वर्ष करोड़ों रुपये के घाटे से बचाने में मदद मिलेगी।
संजीव गांधी ने कहा कि इस मूर्खतापूर्ण योजना को पूर्व सीएम जयराम ठाकुर ने 2022 में विधानसभा चुनावों से ठीक पहले चुनावी स्टंट के रूप में लॉन्च किया था। जयराम ठाकुर और भाजपा को हिमाचल प्रदेश के लोगों को यह बताना चाहिए कि वित्तीय बोझ के तहत हिमाचल जैसे गरीब राज्य को चुनावी लाभ के लिए क्यों मजबूर किया गया। उन्होंने कहा कि जयराम ठाकुर और भाजपा को करदाता बिजली उपभोक्ताओं को मुफ्त बिजली देने के लिए सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू से सवाल करने का कोई अधिकार नहीं है।
उन्होंने कहा कि जयराम ठाकुर इस योजना के माध्यम से सत्ता में आला चाहते थे, परंतु उनका यह प्रयास विफल रहा और जनता ने भाजपा से किनारा कर लिया। जयराम ठाकुर के इस घटिया निर्णय से राज्य को गंभीर वित्तीय संकट सामना करना पड़ा। उन्होंने कहा कि 12 जुलाई को शिमला में आयोजित मंत्रिमंडल की बैठक में मुख्यमंत्री द्वारा अनुमोदित राज्य चयन आयोग हमीरपुर द्वारा पोस्ट कोड 903 और 939 के परिणाम घोषित किए जाने पर विभिन्न सरकारी विभागों में विभिन्न श्रेणियों के 1100 से अधिक रिक्त पद भरे जाएंगे तथा अधिक योग्य उम्मीदवारों को नौकरी मिलेगी। इसी प्रकार, शिमला और धर्मशाला के बीच सप्ताह में सातों दिन उड़ानें संचालित करने के लिए समझौता ज्ञापन को जारी रखने के निर्णय से इन हिल स्टेशनों और राज्य में पर्यटन उद्योग को बढ़ावा मिलेगा।