बैनर लिख कर कोरोना के बारे में कर रहे जागरूक

उज्जवल हिमाचल ब्यूराे। लाहुल-स्पीति

विकास खंड काजा में कोरोना वायरस के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए बैनर लेखन का कार्य महिलाएं कर रही है। स्पीति में में स्वयं सहायता समूह सेमकित आजकर बैनर लिखकर स्पीति में मिसाल कायम कर रहा है। अभी तक 30 बैनर सेमकित समूह लिखे जा चुके हैं, जिन्हें काजा विकास खंड के विभिन्न क्षेत्रों में लगाया गया है।

संगनम1, काजा बाजार 6, काजा 4, ताबो में 3, किब्बर1, लोसर, कोमिक, हुरलिंग, काजा अस्पताल में एक एक बैनर लगाया गया है। सुमदो में 4 खंड विकास अधिकारी कार्यालय, हल और खुरिक में भी एक एक बैनर लगाया गया है। इन बैनर की खास बात यह है कि स्पीति की स्थानीय बोली में इन बैनर को लिखा गया है। इसके साथ ही हिन्दी और अंग्रेजी में भी लिखा है। लोग काफी सराहना कर रहे हैं।

लोगों को अपनी बोली में इन बैनरों के माध्यमों से संदेश दिया जा रहा है। असल में विकास खंड काजा में दीवार लेखन बैनर लिखने के लिए कोई भी पेंटर नहीं है। इसी वजह से यहां के लोगों को काफी दिक्कतें पेश आती थी, लेकिन स्पीति के सेमकित सहायता समूह को विकास खंड काजा कार्यालय की ओर से प्रशिक्षित किया गया। काजा विकास खंड की ओर से कुल्लू ब्लॉक में 26 फरवरी से लेकर 11 मार्च तक 15 दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया है।

इसमें स्वयं सहायता समूह सेमकित के चार सदस्यों को प्रशिक्षित किया का गया था। प्रशिक्षण में डोल्मा युडोन पत्नी केशग ग्युर्मित, माया पत्नी फुचोक डोल्मा, कलजंग बुटिथ पत्नी छेरिग आंगदुई और तेंजिन डोल्मा को प्रशिक्षण दिया गया था। फिर इन्हीं ने समूह के अन्य सदस्यों को भी प्रशिक्षण देना शुरू कर दिया। समूह में तेंजिन नकसल, पालडन डोल्मा, कालंजग लकित, माया, तेंजिन योयंग है। पहली बार काजा विकास खंड के महिला समूह को इस तरह 15 दिन का प्रशिक्षण दिया गया था।

खंड विकास अधिकारी नियोन धैर्य शर्मा ने बताया कि कोरोना को लेकर बैनर लेखन का कार्य करने के बारे में जब सेमकित समूह से संपर्क किया गया, तो उन्होंने हामी भर दी। अभी तक 30 बैनर लिखे जा चुके हैं, जिन्हें विकास खंड काजा के तहत महत्वपूर्ण स्थानों पर लगाया जा चुका है। काजा विकास में सरकारी कार्य के बोर्ड और सूचना पट्ट लिखने में भारी दिक्कत पेश आती थी।

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ऐसे में महिला समूह के सदस्यों को पेंट करने और बोर्ड हार्डिंग लिखने की ट्रेनिंग कूल्लू में दी गई थी, ताकि ग्राम पंचायतों में होने वाले कार्य के समाप्त होने पर तुरंत बोर्ड लिखे जा सके। जब तक कार्य का बोर्ड लिखकर लगाया नहीं जाता है। कार्य पूरा नहीं समझा जाता है।

इस वजह से काजा विकास दूरदराज वह दुर्गम क्षेत्र है ऐसे में लेखन कार्य करवाना काफी चुनौतीपूर्ण रहता है, अब महिलाओं के प्रशिक्षित होने से इन्हें अपने रोजगार मिल पा रहा है और कोरोना के बारे में लोगों को जागरूक करने में ये बैनर अहम भूमिका निभा रहे है। जहां जहां जरूरत है। वहां के लिए बैनर और लिखवाएं जाएंगे।