31 मार्च से पहले अपना ऑडिटर करवाएं सहकारी सभाएं, वरना होगी विभागीय कार्यवाही

Cooperative societies should get their auditors done before March 31, otherwise departmental action will be taken
सहाकारी सभाओं के सहायक पंजीयक प्रत्यूष चौहान ने ऑडिट समय पर प्रारंभ करवाने के आदेश जारी किए
उज्जवल हिमाचल। हमीरपुर

सहाकारी सभाओं के सहायक पंजीयक प्रत्यूष चौहान ने जिला में पंजीकृत प्राथमिक कृषि सेवा सहकारी समितियों, विपणन सहकारी सभाओं, ऋण एवं बचत सहकारी सभाओं, दुग्ध उत्पादक सहकारी सभाओं और अन्य प्रकार की सभी सहकारी सभाओं को आम जलास तथा वित्त वर्ष 2022-23 का ऑडिट समय पर प्रारंभ करवाने के आदेश जारी किए हैं। उन्होंने सहकारी सभाओं को 31 मार्च से पहले ऑडिटर का नाम सभा के आम जलास में पारित करवा कर खंड सहकारिता निरीक्षक के माध्यम से विभाग को भेजने के आदेश जारी किए हैं।

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प्रत्यूष चौहान ने बताया कि वर्ष 2020 में हिमाचल प्रदेश सहकारी सभाएं अधिनियम 1968 में संशोधन किया गया था, जिसके अनुसार सहकारी सभाओं को स्वयं अपना ऑडिटर आम जलास में सर्वानुमति से नियुक्त करने तथा हर वर्ष 30 सितम्बर से पहले सभा का ऑडिट पूर्ण करने का प्रावधान किया गया था, लेकिन जिला की कई सहकारी सभाओं के सचिवों एवं प्रबंधन समितियों ने ऑडिट समय पर नहीं करवाया।

इन सचिवों एवं प्रबंधन समितियों पर विभागीय कार्रवाई की गई थी। सहायक पंजीयक ने बताया कि इस वर्ष फरवरी में ही विभाग ने सभा के सचिवों एवं प्रबंधन समितियों को समय पर अपना रिकॉर्ड तथा ऑडिट संबंधित कार्य पूर्ण करने के आदेश जारी कर दिए हैं। इसकी जिम्मेदारी सभा के सचिव एवं प्रबंधन समिति की होगी।

सहायक पंजीयक ने सभी प्रमाणित सहकारी लेखा परीक्षकों एवं विभाग में सूचीबद्ध चार्टर्ड अकाउंटेंट्स को भी समय पर ऑडिट पूर्ण करने के निर्देश जारी किए। ऑडिट के दौरान न्यूनतम 25 प्रतिशत ऋण खाते सत्यापित होने आवश्यक हैं, जिसका उत्तरदायित्व सभा सचिव एवं प्रबंधन समिति का है। प्रत्यूष चौहान ने कहा कि समय पर ऑडिट न होने पर सभा सचिव, प्रबंधन समिति एवं ऑडिटर पर विभागीय कार्रवाई की जाएगी।

उन्होंने कहा कि सभी सचिव अपना रिकॉर्ड तैयार रखें, जिससे लेखा परीक्षक को ऑडिट करने में कोई कठिनाई न आए। इसके अतिरिक्त उन्होंने सहकारी सभाओं के सभी खाता धारकों एवं ऋणियों से भी अपील की है कि वे ऑडिट के दौरान लेखा परीक्षक से अपना खाता सत्यापित करवाएं ताकि सभा की सही वितीय स्थिति का आकलन किया जा सके तथा सभा के सदस्यों को किसी प्रकार का वितीय नुक्सान न हो।

ब्यूरो रिपोर्ट हमीरपुर

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