क्रिसेंट स्कूल ने किए कोरोना वायरस से लड़ने के तमाम इंतजाम : भारद्वाज

उज्जवल हिमाचल ब्यूरो। पालमपुर

क्रिसेंट स्कूल, बनूरी पालमपुर ने वैश्विक महामारी के चलते अपने विद्यार्थियों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए बेहतरीन शिक्षा मुहैया करवाने के लिए तमाम इंतजाम किये हैं। स्कूल के प्रिंसिपल मनोज भारद्वाज क्रिसेंट स्कूल ने 2008 में ही डिजिटल लर्निंग शुरू कर दी थी। पालमपुर का यह स्कूल हिमाचल का प्रथम स्कूल है, जहां स्मार्ट क्लास रूम की स्थापना की गई। स्कूल में डिजिटल प्रबंधन के माध्यम से अभिभावक अपने बच्चों के हर कार्यकलाप पर नजर रख सकते हैं। देश में लॉकडाउन की घोषणा के बाद स्कूल प्रबंधन ने डिजिटलाइजेशन के क्षेत्र में अपनी गति तेज कर निर्धारित समय पर परीक्षा परिणाम घोषित किए। मनोज भारद्वाज कहा कि इतना ही नहीं, स्कूल के अध्यापकों द्वारा 3 अप्रैल से सॉफ्टवेयर कंपनी ‘कर्टिना टेक्नोलॉजी’ की मदद से विद्यार्थियों को रचनात्मक ढंग से शिक्षा अनवरत जारी है। मनोज भारद्वाज पहली से 12वीं कक्षा तक विद्यार्थी ‘होम स्कूलिंग’ के माध्यम अपने पाठ्यक्रम से जुड़ गए हैं। वहीं, अध्यापक भी उनकी जिज्ञासाओं को सवाल-जवाब के माध्यम से शांत कर रहे हैं। वहीं, क्रिसेंट स्कूल ने 7वीं से 12वीं तक व्यापक प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए तैयारी शुरू कर दी है। 25 मई तक सभी कार्यक्रमों को पूरा कर लिया जाएगा, ताकि सभी विद्यार्थी हिमाचल में ही रहकर शीर्ष प्रोफेशनल कॉलेजों में दाखिला लेने में कामयाब हो सकें।

गौरतलब है कि कोरोना महामारी के इस वर्तमान परिदृश्य में भले ही स्कूल खुल जाएंगे, परंतु सिलेबस को पूरा करने के लिए ‘होम स्कूलिंग’ की आवश्यकता होगी क्योंकि सोशल डिस्टेंसिंग को बनाए रखने के लिए विद्यार्थियों को रोटेशन में कम संख्या में स्कूल में उपस्थित किया जाएगा। इसलिए स्कूल प्रबंधन ने कोरोना संक्रमण से लड़ने के लिए कमर कस ली है। स्कूल परिसर, क्लास रूम्स, शौचालयों और बसों को रोजाना सेनेटाइज किया जायेगा। प्रत्येक विद्यार्थी के स्कूल में प्रवेश और निकासी के समय जूते, बैग्स, वाटर बोटल को सेनेटाइज किया जायेगा। इसके अतिरिक्त छात्र-छात्राओं के लिए हाथ धोने के लिए परिसर पर हैंड वाशिंग स्टेशन बना दिये गये हैं। वहीं, भारत सरकार द्वारा निर्धारित मानदंडों के अनुसार हर बच्चे का थर्मल स्कैनर द्वारा तापमान जांचा जायेगा। उनके लिए हैंड सेनेटाइजर, मास्क जरूरी कर दिये गये हैं। बता दें कि अभी हाल ही में क्रिसेंट स्कूल द्वारा एसडीएम, पालमपुर और एसडीएम ज्वालामुखी परिसर में ‘सेनेटाइजिंग टनल’ का निर्माण किया गया तो स्कूल प्रबंधन ने खूब वाहवाही लूटी।