उमेश भारद्वाज। सुंदरनगर
जिला मंडी के मुख्य द्वार सलापड़ में ड्यूटी दे रहे कोरोना वारियर कांस्टेबल नरेंद्र सिंह के जज्बे को “उज्जवल हिमाचल” सलाम करता है। कोविड-19 को लेकर देश में जारी लॉकडाउन में शुरुआती दिनों से नरेंद्र अपनी ड्यूटी को बखूबी से निभा रहे हैं। वहीं, हाल ही में प्रदेश पुलिस विभाग द्वारा जारी नोटिफिकेशन के अंतर्गत उत्कृष्ट सेवा पदक से सम्मानित किए जाने वाले पुलिस कर्मियों की सूची में सलापड़ में कांस्टेबल नरेंद्र सिंह भी शामिल है।
ऐसे तो नरेंद्र की पोस्टिंग थर्ड आईआरबी पंडोह में है, लेकिन संकट काल में हमेशा अपनी ड्यूटी बखूबी से निभाने वाले कांस्टेबल नरेंद्र कोरोना को लेकर जारी लॉकडाउन में सलापड़ में नाकाबंदी पर तैनात हैं। नरेंद्र सिंंह ने वर्ष, 2001 में पुलिस विभाग में पंडोह भर्ती देकर अपनी सेवाएं दे रहे हैं और इनका विभाग में यह 20वां वर्ष है। इनकी पहली पोस्टिंग दूसरी आईआरबीएन जंगलबैरी हमीरपुर में हुई थी। अब इस सम्मान को लेने नरेंद्र विभाग के दिशा-निर्देशानुसार शिमला जाएंगे।
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अपने पुलिस विभाग में बिताए गए समय के बारे में जानकारी देते हुए कांस्टेबल नरेंद्र सिंह ने कहा कि वर्ष 2015 में मंडी जिला के थलौट में हैदराबाद से आए हुए छात्रों के ग्रुप का ब्यास नदी में बहने के दर्दनाक हादसे के समय उनकी डयूटी भी मौके पर लगी थी। उन्होंने कहा कि उस समय वे मंडी पुलिस लाईन में तैनात थे और उन्होंने अपनी टीम सहित ड्यूटी को निभाते हुए सर्च ऑपरेशन में भाग लेकर कई छात्रों के शवों को ब्यास से बाहर निकाला था।
इस समय सलापड़ नाकाबंदी पर थर्ड आईआरबी पंडोह के 12 पुलिसकर्मी तैनात हैं। गरीब परिवार से संबंधित नरेंद्र सिंह मूूूल रूप से मंंडी जिला की ग्राम पंचायत तलयाहड़ के गांव गडल केे रहने वाले हैं। इनके दो बेटे हैं और बड़े वाला 15 वर्षीय बेटा बचपन से अपंग हैं और छोटा बेटा 7वीं कक्षा में पढ़ता है।
उन्होंने कहा कि उन्हें प्रदेश पुलिस विभाग द्वारा सम्मनित करने से क्षेेेत्र में खुुशी की लहर दौड़ गई है। नरेंद्र सिंह ने कहा कि उनका सपना हमेशा पुलिस विभाग में कार्य कर देश सेवा करने का रहा है। उन्होंने कहा कि भविष्य में भी वे पुलिस विभाग में अच्छी सेवाएं प्रदान करते रहेंगे।