उज्जवल हिमाचल। इंदौरा
करोना महामारी से जहां पूरा देश लड़ रहा है। वहीं, पुलिस, डॉक्टर, मीडिया कर्मचारी ओर समाजसेवी संस्थाएं करोना योद्धा बन देश को इस महामारी से उबारने के लिए अपना मुख्य योगदान निभा रही हैं। ऐसे में आयुर्वेदिक डॉक्टर अनुराधा शर्मा भी इस लड़ाई में कंधे से कंधा मिलाकर लड़ रही हैं और करोना महामारी से लड़ने के लिए अहम योगदान दे लोगों को जागरूक कर रही हैं।
बता दे अनुराधा शर्मा बतौर सीनियर आयुर्वेदिक चिकित्सा अधिकारी आयुर्वेद डिस्पेंसरी पनियाला में कार्यरत है और पंजाब हिमाचल की सीमा पर स्थित भदरोआ बैरियर पर अपनी सेवाएं दे रही हैं ओर बाहरी राज्यों से आने वाले लोगों की जांच करने में जुटी हुई है। जब हमने उनसे बात कर पूछा की आप अपने परिवार का ख्याल कैसे रखती हैं? तो उन्होंने बताया इस महामारी में प्रदेश ही सबसे पहले मेरा परिवार है और उसकी सेवा करना सबसे पहले मेरा धर्म है।
वहीं, उन्होंने कहा कि हमें दिनचर्या में व्यायाम और वही खाद्य पदार्थों का इस्तेमाल करना है, जिससे हमारी बीमारियों से जंग लड़ने की प्रतिरोधक शक्ति बढ़ सके। वहीं, डॉक्टर अनुराधा शर्मा के पति भी डॉक्टर हैं तथा दोनों बच्चे भी डॉक्टर डिग्री एमबीबीएस कर रहे हैं। ऐसे में डॉक्टर ने कहा की मेरा परिवार इस बात को समझता है की हमारा धर्म सबसे पहले मरीज को बचाना होता है और परिवार बाद में साथ ही उन्होंने कहा की मुझे गर्व है कि उच्चाधिकारियों ने मुझे इस काबिल समझा और देशवासियों की सेवा के लिए मौका दिया।