सुरेन्द्र जम्वाल। बिलासपुर
सरकार द्वारा हाल ही में सिविल हॉस्पिटल घुमारवीं को कोविड-19 हैल्थ सेंटर बनाने पर पूर्व कांग्रेस विधायक व मुख्य संसदीय सचिव राजेश धर्मानी ने सरकार के इस फैसले पर हैरानी जताई है तथा साथ में सचेत भी किया है कि इससे लोगों की समस्याएं और बढ़ जाएगी। उन्होंने कहा कि सिविल हॉस्पिटल घुमारवीं ना केवल विधानसभा क्षेत्र घुमारवीं की जनता के लिए बल्कि विधानसभा क्षेत्र झंडुत्ता , विधानसभा क्षेत्र सदर के लोगों को भी अपनी सेवाएं दे रहा है ।
उन्होंने कहा कि इतना ही नहीं शहर के बीचोबीच तथा राष्ट्रीय उच्च मार्ग पर स्थित होने के कारण इस हॉस्पिटल में हर समय आपातकालीन लोगों का भी आना जाना रहता है । क्योंकि राष्ट्रीय उच्च मार्ग पर कभी भी कोई भी दुर्घटना होने की संभावना बनी रहती है। ऐसे में अगर इस हॉस्पिटल को कोविड-19 हेल्थ केयर सेंटर बना दिया जाता है तो ऐसे लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ेगा। क्योंकि दुर्घटनाग्रस्त मरीज जैसे ही जिला हॉस्पिटल बिलासपुर या अन्य हॉस्पिटल में पहुंचेंगे तब तक उनकी मौत की संभावना भी बढ़ जाएगी।
पूर्व मुख्य सांसदीय सचिव राजेश धर्माणी ने कहा कि जिला में कोविड़ सेंटर बनाने की और भी कई संभावनाएं हैं तथा ऐसे कई सरकारी व निजी स्वस्थ संस्थान है जहां कोरोना प्रभावित मरीजों का बेहतर उपचार बिना लोगों को परेशान किए हुए किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि यदि कोई करोना सक्रमिक मरीज घुमारवीं हॉस्पिटल में आ जाता है तो शहर में अफरा-तफरी का माहौल हो जाएगा, क्योंकि हॉस्पिटल गेट के बिल्कुल साथ ही जहां रिहायशी मकान है वहीं अन्य दुकानें व्यापारिक प्रतिष्ठान भी हैं, जिसके चलते उन पर भी इसका विपरीत असर पड़ेगा ।