भारतीय सेना की शौर्य गाथा से आमजन को जागरूक करने के लिए निकाली साईकिल रैली

उज्जवल हिमाचल। धर्मशाला

भारतीय सेना के गौरवशाली इतिहास के बारे में चर्चा करने के लिए शब्द कम पड़ जाते हैं। भारतीय सेना का इतिहास विशिष्ट, उच्च स्तर का और गौरवशाली रहा है। भारतीय सेना की शौर्य गाथाएं किसी भी भारतीय का सीना गर्व से भर देती है। भारतीय सैनिकों के शौर्य, साहस, पराक्रम और बलिदान की गाथाएं सदियों से गाई जाती रही हैं। यह गाथाएं इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में दर्ज है। शौर्य और साहस के अलावा भारतीय सेना सैन्य धर्म और चरित्रगत आचरण के लिए भी जानी जाती है।

इसी दौरान 12 जम्मू और कश्मीर राइफल्स की साइकिलिंग और ट्रेकिंग अभियान टीम का आज योल कैंट से कॉर्प कमांडर द्वारा किया गया को झंडी दिखाकर रवाना किया गया। अभियान दल ने कच्छियारी गांव में पूर्व सैनिक एनके रसीलाराम, सब क्लर्क बलबीर सिंह, आरएफएन राजीव कुमार, सब मेजर विजय कुमार 2 जीडीआर और अन्य भूतपूर्व सैनिकों से मुलाकात की और उनकी समस्याओं के बार में पुछा और साथ ही युवाओं को फौज में शामिल होने के लिए प्रेरित किया। ग्रामीणों को अपने वीर सैनिको की गाथाओं के बारे में बताया। टीम ने आजादी के 75 वर्ष शुद्ध होने पर आजादी का अमृत महोत्सव पूर्व सैनिक और ग्रामीण के साथ मनाया।