उज्जवल हिमाचल। धर्मशाला
उपायुक्त हेमराज बैरवा ने कहा कि पारंपरिक पेयजल स्रोतों तथा कूहलों के संरक्षण के लिए कार्य योजना तैयार किया जाए ताकि लोगों को पेयजल तथा सिंचाई की बेहतर सुविधा मिल सके। नगरोटा बगवां में उपमंडल पर विकास कार्यों की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए उपायुक्त हेमराज बैरवा ने कहा कि आईपीएच, ग्रामीण विकास विभाग तथा वन विभाग के अधिकारियों को दिए गए हैं आपसी समन्वय के साथ पेयजल संरक्षण के लिए विभिन्न स्तरों पर आधारभूत संरचना विकसित के लिए कार्य योजना तैयार करें। उन्होंने सरकार द्वारा चलाए जा रहे जनकल्याण की योजनाओं एवं कार्यक्रमों का सुचारू कार्यान्वयन सुनिश्चित किया जाए ताकि पात्र लोगों को लाभाविंत किया जा सके।
अध्यक्षता करते हुए उपायुक्त हेमराज बैरवा ने कहा कि अधिकारी नियमित तौर पर विकास कार्यों का निरीक्षण भी सुनिश्चित करें तथा निर्धारित लक्ष्यों को समयबद्व पूरा करने के लिए तत्परता के साथ कार्य करें। उपायुक्त ने राजस्व, शिक्षा, ग्रामीण विकास विभाग तथा नगर परिषद के विकास कार्यों, सिंचाई, कृषि, बागबानी, पारंपरिक पेयजल स्रोतों की स्थिति की भी जानकारी ली तथा कार्यों में गुणवत्ता के विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए गए। उपायुक्त हेमराज बैरवा ने कहा कि राजस्व अधिकारी आम जनमानस की राजस्व से जुड़ी विभिन्न शिकायतों का त्वरित निपटारा करने के लिए भी उचित कदम उठाएं तथा सभी संबंधित अधिकारी अपने अपने कार्यालयों में उपस्थित रहकर लोगों की समस्याओं तथा शिकायतों को सुनें तथा उनका समाधान भी सुनिश्चित करें।
इससे पहले एसडीएम नगरोटा बगवां मुनीष शर्मा ने मुख्यातिथि का स्वागत करते हुए नगरोटा उपमंडल में राजस्व संबंधी मामलों की प्रगति की जानकारी देते हुए कहा कि सरकार के निर्देशानुसार राजस्व संबंधी मामलों को निपटाने के लिए मिशन मोड में कार्य किया जा रहा है। इस अवसर पर विकास खंड अधिकारी, जल शक्ति, विद्युत, लोक निर्माण विभाग के अधिकारी भी उपस्थित थे। उपायुक्त हेमराज बैरवा ने नगरोटा बगवां उपमंडल में विभिन्न विकास कार्यों का निरीक्षण भी किया तथा अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए।
ब्यूरो रिपोर्ट धर्मशाला