सुरेंद्र जंवाल, रितिक शर्मा। बिलासपुर, घुमारवीं
जिला बिलासपुर के क्वारेंटीन सेंटरों में कोरोना पॉजिटिव पाए गए दोनों व्यक्ति हिमाचल में सिर्फ सवारियां छोड़ने आ रहे थे। इनमें से एक गुरूग्राम से जिला मंडी के चच्योट में सवारियां छोड़ने जा रहा था जो कि मूल रूप से दिल्ली का निवासी है। वहीं दूसरा चालक गुजरात के अहमदाबाद से जिला कांगड़ा के बैजनाथ में सवारियां छोड़ने जा रहा था जो कि खुद मूल रूप से गुजरात का निवासी है। बिलासपुर प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि इस बारे में किसी भी तरह की अफवाहों पर ध्यान न दें। जो लोग अफवाहें फैला रहे हैं उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जा सकती है। गौरतलब है कि जब मामले सामने आए तो कई तरह की अफवाहें फैल रही थीं और लोग इन्हें बिलासपुर का ही निवासी बता रहे थे। इसी के चलते जिला प्रशासन ने लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील करते हुए स्पष्ट किया है कि दोनों व्यक्ति बाहरी राज्यों के हैं जो कि बिलासपुर के क्वारेंटीन सेंटर में रखे गए थे। इनमें एक को श्री नैना देवी और दूसरे को स्वारघाट में रखा गया था।
बिलासपुर जिला में प्रवेश करने वाले लोगों पर कड़ी नजर रखी जा रही है। बाहरी राज्यों से आने वाले लोगों की सघनता से स्वास्थ्य जांच की जा रही है। वहीं रेड जोन से आने वाले लोगों को बॉर्डर पर ही क्वारेंटीन किया जा रहा है। यह दोनों चालक जहां रेड जोन से आ रहे थे वहीं जांच के दौरान इनमें कुछ लक्षण भी पाए गए थे। प्रशासन ने सतर्कता बरतते हुए इन्हें क्वारेंटीन कर दिया था। इनके साथ आए लोगों को भी क्वारेंटीन किया गया है और अब इनकी ट्रैवल हिस्ट्री खंगालकर इनके संपर्क में आए अन्य लोगों को भी क्वारेंटीन करके सभी के सैंपल लिए जाएंगे।