उज्जवल हिमाचल। कांगड़ा
विधायक पवन काजल ने कहा कि कांगड़ा विधानसभा क्षेत्र के डिनोटिफाई किए गए जल शक्ति विभाग के मंडल कार्यालय सहित चार स्वास्थ्य संस्थानों को बहाल करवाया जाएगा। बुधवार को विधानसभा क्षेत्र की विभिन्न पंचायतों से आए प्रतिनिधि मंडलों के साथ चर्चा करते हुए पवन काजल ने कहा कि वह शीघ्र ही मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से मिलकर क्षेत्र की ओबीसी बहुल और चंगर क्षेत्र की पंचायतों में डिनोटिफाई किए गए स्वास्थ्य संस्थानों को बहाल करने की अपील करेंगे। काजल ने कहा कि 75 वर्ष बाद कांगड़ा विधानसभा क्षेत्र को जल शक्ति विभाग के मंडल कार्यालय की सौगात पूर्व सरकार ने दी थी।
जिससे लगभग 60 किलोमीटर दूर रानीताल क्षेत्र के बाशिंदों को शाहपुर जाने से राहत मिली थी। कांगड़ा विधानसभा क्षेत्र के रानीताल, गाहलियां, राजल और तकीपुर के स्वास्थ्य संस्थानों में रोजाना ओपीडी की संख्या अधिक हो गई थी। और चंगर क्षेत्र के लोगों को संसद के उपचार के लिए सिविल अस्पताल कांगड़ा, मेडिकल कॉलेज टांडा के चक्कर लगाने से राहत मिल रही थी। लेकिन कांग्रेस सरकार बनने के बाद स्वास्थ्य संस्थानों के बंद होने के चलते जनता को एक बार फिर परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
यह भी पढ़ेंः मुख्यमंत्री ने ओपीएस संघ के साथ की बैठक, पहली कैबिनेट में ओपीएस बहाली का किया वादा
काजल ने कहा वह शीघ्र ही प्रदेश सरकार से मिलकर प्राथमिकता के आधार पर कांगड़ा विधानसभा क्षेत्र में डिनोटिफाई किए गए स्वास्थ्य संस्थानों और जल शक्ति विभाग के मंडल कार्यालय की नोटिफिकेशन करवाकर राहत दिलाएंगे। विधानसभा सत्र में क्षेत्र के विकास के मुद्दों को उठाएंगे। उन्होंने कहा कि विधानसभा सत्र के बाद कांगड़ा विधानसभा क्षेत्र की हर पंचायत का दौरा कर वह विधानसभा चुनाव में दिए गए प्रचंड समर्थन के चलते ग्रामीणों का घर-घर जाकर आभार जताएंगे।