उज्ज्वल हिमाचल। नूरपुर
हिमाचल प्रदेश के पौंग झील में अंडर साइज जाल लगाने वाले दिन में जाल लगाकर मछली शिकार अवैध रूप से हो रहे मछली शिकार को रोकने के लिए आखिरकार मत्स्य विभाग ने कमर कस ली है। इस मामले में मत्स्य अधिकारी पंकज पटियाल व टीम द्वारा लगातार मोटरबोट से झील का निरीक्षण कर रहे हैं। पिछले सात दिनों में मत्स्य विभाग ने दिन के समय जाल लगाकर अवैध तरीके से मछली शिकार के 12 मामले पकड़े हैं। अंडरसाइज 13 जाल जब्त किए हैं। वर्ष 2024-25 में अवैध मत्स्य आखेट के 284 केस पकड़े जा चुके हैं तथा इनसे 1 लाख 74 हजार 640 रुपए मुआवजे के तौर पर वसूला गया है।
इस मामले में वही सहायक निदेशक मत्स्य विभाग पौंग बांध संदीप कुमार ने बताया कि पौंग झील में अंडरसाइज जाल लगाने व दिन के समय अवैध तरीके से मछली शिकार करने की शिकायते काफी समय से जनसमुदाय द्वारा मिल रही थी, जिस पर विभाग की टीम झील में लगातार गश्त लगा रही है। पिछले सात दिनों में 12 केस पकड़े हैं तथा 13 जाल जब्त किए गए हैं। उन्होंने कहा कि अगर कोई मछुआरा झील में छोटे जाल लगाकर या दिन में जाल लगाकर मछली पकड़ता पाया गया तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।
विभाग के नियमानुसार दिन मे शाम को चार बजे से पहले पौंग बांध मे जाल नहीं लगाए जा सकते है। और न ही शिकारी अण्डर साइज जाल का प्रयोग कर सकता है मगर पौंग बाध मे शिकारियों द्धारा 24 घण्टे दिन रात जाल लगाए जा रहे थे व अण्डर साइज जालो का प्रयोग किया जा सकता है । जिसको लेकर विभाग ने यह कार्यवाही की है । ऎसा करने बाले शिकारियों के विरुद्ध विभाग जुर्माने के साथ साथ शिकारियों के लाईसेंस भी रद्द करने का प्रावधान है
संवाददात : विनय महाजन