कोरोना इंपेक्ट: इस वर्ष नहीं होगा देव कमरूनाग और पराशर ऋषि का मेला

उमेश भारद्वाज। सुंदरनगर

  • सिर्फ मंदिर कमेटियों के लोग करेंगे पूजन और निभाएंगे रस्में
  • दोनों स्थानों पर हर वर्ष लाखों की संख्या में आते हैं श्रद्धालु

कोरोना महामारी के भयंकर प्रकोप को लेकर देव समाज और जिला मंडी प्रशासन ने एक बड़ा फैंसला लिया है। इसके अंतर्गत इस वर्ष मंडी जिला के दो मुख्य देवता देव कमरूनाग और पराशर ऋषि के मेले रद्द कर दिए गए हैं। कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते इन मेलों के आयोजन को रद्द कर दिया गया है। देव कमरूनाग को मंडी जनपद का अराध्य देव माना जाता है और इन्हें बड़ा देव के नाम से भी पुकारा जाता है। वहीं दूसरी तरफ पराशर ऋषि के मंदिर में भी 14 जून को मेले का आयोजन किया जाता है। इन दोनों वार्षिक मेलों के साथ लाखों लोगों की आस्था जुड़ी हुई है और हर वर्ष इन मेलों में लोगों का भारी हुजूम उमड़ता है। लेकिन कोरोना वायरस के चलते भारत सरकार ने जो दिशा निर्देश जारी किए हैं उसके तहत ऐसे किसी भी आयोजन को नहीं किया जा सकता जहां पर बड़ी संख्या में भीड़ इकट्ठी होनी हो।

 

डीसी मंडी ऋग्वेद ठाकुर ने कहा कि अभी तक सरकार के दिशा निर्देशों के तहत मेलों का आयोजन संभव नहीं जिसके चलते इन मेलों को आयोजित नहीं किया जा सकता। बता दें कि इस वर्ष 14 जून को देव कमरूनाग और पराशर ऋषि के प्रांगण में मेले का आयोजन किया जाना था। एसडीएम गोहर अनिल भारद्वाज ने इस संदर्भ में देव कमरूनाग मंदिर कमेटी के साथ बैठक कर ली है। देव कमरूनाग के पुजारी हेत राम ने बताया कि इस बार मेला नहीं होगा लेकिन उस दिन जो रस्में निभाई जाती हैं उनका निर्वहन किया जाएगा।

मंदिर कमेटी के कुछ लोग देव कमरूनाग के मूल स्थान पर जाकर पूजा अर्चना करेंगे और परंपराओं को निभाएंगे। वहीं गोहर उपमंडल प्रशासन ने मेले के दौरान इन स्थानों पर लोगों को जाने से रोकने के लिए अभी से तैयारियां शुरू कर दी है। एसडीएम गोहर अनिल भारद्वाज ने बताया कि मेले के दौरान मंदिर को जाने वाले सभी रास्तों पर पुलिस और स्थानीय लोगों का पहरा बैठा दिया जाएगा जिससे लोगों को आगे जाने से रोका जा सके। वहीं इन्होंने लोगों से भी इस महामारी को ध्यान में रखते हुए ऐसे स्थानों पर न जाने की अपील की है।