मणिमहेश यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं को हो रही काफी परेशानियां

शैलेश शर्मा। चंबा

मणिमहेश कैलाश मानसरोवर की इस पवित्र यात्रा को करने रोजाना हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं का तांता चंबा के ऐतिहासिक चौगान में लग रहा है। बताते चले कि करोना काल के दो वर्षां बाद मणिमहेश कैलाश मानसरोवर की यह यात्रा शुरू हो रही है और इस यात्रा में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखने को मिल रही है।

हालंकि जिला प्रशासन ने दूसरे राज्यों से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए रहने की व्यवस्था तो कर दी है, पर उन टेंटों में लाइट लगाना भूल गए। जम्मू कश्मीर के जिला डोडा, किस्तवाड़ , भद्रवाह, कालाबन से करीब अढ़ाई से तीन हजार श्रद्धालू आसमान के नीचे खुले में विश्राम करते हुए दिखाई दिए। तो कुछ महिलाएं उन अंधेरे टेंटों में रात गुजारने को विवश दिखाई दीं।

यह सभी श्रद्धालू जम्मू-कश्मीर के भिन्न-भिन्न जिलों से आए हुए हैं और यह सभी भक्त बड़े शाही स्नान में शामिल होने मणिमहेश कैलाश को जा रहे हैं। इन लोगों ने जिला प्रशासन की कारगुज़ारी पर प्रश्न चिन्ह लगाते हुए कहा कि वह लोग कई वर्षों से मणिमहेश की यात्रा को कर रहे हैं पर इस बार जिला प्रशासन की ओर से आने वाले यात्रियों की सुविधा के लिए कोई पुख्ता प्रबंध नहीं किए है।

इन लोगों को रोष है तो इस बात का, कि चंबा के चौगान में प्रशासन ने टेंट तो लगा दिए है पर उन टेंटों में बिजली नहीं है। यहां तक कि यात्रियों के खाना बनाने से लेकर पानी तक उपलब्ध नहीं है। यात्रियों को हो रही असुविधा बारे जब एडीएम चंबा से बात की, तो उन्होंने कहा कि उनके ध्यान में ऐसी बात नहीं थी और अब आपने इस बात को प्रशासन के सम्मुख रखा है, तो हम इस पर विशेष ध्यान रखते हुए पूरे इंतजाम करवाएंगे।

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