डीजल-पैट्रोल की कीमतों से महंगाई चरम सीमा पर : मेहता

सुरेंद्र जम्वाल। बिलासपुर

हिमाचल प्रदेश युवा कांग्रेस सचिव रजनीश मेहता ने कहा कि इस महामारी के दौर में जहां लोग कई समस्याओं से गुजर रहे हैं। वहीं, केंद्र सरकार पर महंगाई पर कोई नियंत्रण नहीं है। निरंतर डीजल और पेट्रोल की कीमतें बढ़ रही हैं, जिससे मंहगाई चरम सीमा पर पहुंच गई है। इतिहास में शायद ऐसा पहली बार हुआ है कि पेट्रोल और डीजल की कीमतें एक समान पहुंच चुकी हैं तथा डीजल की कीमत पेट्रोल से ज्यादा हो गई है, जिससे आम लोगों की जेब पर महंगाई का बोझ बढ़ रहा है।

डीजल की कीमत बढ़ने से सड़क मार्ग से माल ढुलाई का किराया 12 प्रतिशत तक बढ़ गया है, जहां डीजल की कीमतें बढ़ेगी, तो इसका प्रभाव हर चीज पर पड़ेगा और महंगाई भी लगातार बढ़ती ही जाएगी। मेहता ने कहा कि जहां सरकार को इस वक्त लोगों की समस्याओं के समाधान संबंधित फैसले लेने चाहिए थे, जिससे लोगों को मुश्किल वक्त में राहत महसूस हो, पर सरकार लगातार लोगों पर महंगाई का बोझ डाल रही है।

पेट्रोल व डीजल के दामों में की गई बेतहाशा वृद्धि को तुरंत सरकार वापस ले अन्यथा गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। मेहता ने कहा जब केंद्र में कांग्रेस नेतृत्व वाली यूपीए सरकार सत्तासीन थी, तब डीजल व पेट्रोल के दाम बढ़ने पर भाजपा के बड़े-बड़े नेता यूपीए सरकार पर बड़े-बड़े आरोप लगाते थे और सड़कों पर प्रदर्शन करते थे, लेकिन आज जब स्वयं भाजपा सरकार ने डीजल व पेट्रोल के दाम में लगातार बढ़ोतरी की है, तो भाजपा के नेताओं ने चुप्पी साध ली है। केंद्र सरकार को पेट्रोल व डीजल की कीमतों को कम करके लोगों को महंगाई के इस संकट के दौर से निजात दिलाने चाहिए।