एस के शर्मा। बड़सर
उत्तरी भारत के प्रसिद्ध सिद्धपीठ बाबा बालक नाथ मंदिर दियोटसिद्ध में आजकल सन्नाटा छाया हुआ है। लॉकडाउन के चलते लगभग दो माह से बाबा बालक नाथ मंदिर दियोटसिद्ध के कपाट बंद पड़े हुए हैं। दियोटसिद्ध मंदिर में कार्यरत पुजारी लोग 6 घंटे शिव पुराण की कथा कर रहे हैं ताकि इस महामारी से शीघ्र निजात मिल सकें। बताते चलें कि बाबा बालक नाथ मंदिर दियोटसिद्ध में इन दिनों बाबाजी की गुफा में 24 घंटें श्रद्धालुओं की लंबी लंबी कतारें देखने को मिलती थी। वहीं मई माह में चैत्र मास से भी ज्यादा भीड़ श्रद्धालुओं की मंदिर परिसर में हर वक्त दिखाई देती थी, लेकिन इस बार कोविड-19 ने सब कुछ बदल दिया है।
बाबाजी की गुफा तक चारों ओर बाबाजी के जयकारों से श्रद्धालु अपनी ही धुन में मस्त दिखाई देते थे। लेकिन विधाता की विडंबना देखे कि आजकल बाबाजी के भक्त दूर दूर तक दिखाई नहीं दे रहे है। जबकि दियोटसिद्ध मंदिर में कार्यरत पुजारी लोग 6 घंटे शिव पुराण की कथा कर रहे हैं ताकि कोविड-19 जैसी महामारी शीघ्र खत्म हो सकें व पुनरू एक बार फिर बाबा बालक नाथ मंदिर दियोटसिद्ध में बाबाजी के भक्तों की चहल कदमी देखने को मिल सकें। उधर मंदिर अधिकारी ओ.पी लखनपाल ने बताया कि मंदिर में कार्यरत पुजारी द्वारा हर रोज शिव पुराण कथा कर रहे हैं ताकि इस महामारी का खात्मा जल्द हो सकें।