नूरपुरः पठानकोट-मंडी फोरलेन बनाने में पर्यावरण नियमों की अनदेखी सरेआम होने से बुद्धिजीवी पर्यावरण परेशान हो रहे है। यह बात आज नूरपुर में डाक्टर अशोक सोमल महासचिव स्वराज इंडिया हिमाचल प्रदेश ने बातचीत में पत्रकारों कोे नुरपुर में बताया। सोमल ने चुटकीयां लेते हुुए कहा कि आजकल पठानकोट-मंडी फोरलेन का काम चला हुआ है।
हिमाचल के लिए एक अच्छा संकेत है, पर इसे बनाने वाली कंपनी पर्यावरण क्लियरेंस की शर्तों की अनदेखी कर रही है। उन्होने हैेरानी जताई है कि इस मामले में राज्य सरकार व केन्द्रीय सरकार का सरकारी सिस्टम व पर्यावरण विभाग की अफसरशाही क्यों खामोश है।
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नूरपुर के आस-पास व 32 मील स्टेशन के पास व कुछ इलाकों में देखा गया कि कुछ नालों और खड्डों में बिना किसी प्रोटेक्शन बॉल के मलवा फेंका जा रहा है, जो बरसात में फ्लड का कारण बनेगा और जो पौंग झील में गाद का कारण बनेगा। इसे सुधारे जाने की जरूरत है।
गगल हवाई अड्डा का विस्तारीकरण पर्यटन और सामरिक दृष्टि से बहुत ही महत्वपूर्ण है। पर सरकार ने इसे ठंडे बस्ते में डाल रखा है। केंद्रीय विश्वविद्यालय परिसर का धर्मशाला में बनाने का कार्य पर राजनीतिक दखल अंदाजी से बच्चों के भविष्य और कांगड़ा-चंबा लोकसभा क्षेत्र से केंद्र और हिमाचल सरकार का भेदभाव पूर्ण रवैया व देहरा परिसर का काम जोरों पर चला है और धर्मशाला परिसर को बेवजह लटकाए रखा है।
इसे सरकार शीघ्र बनाए नहीं तो पर्यावरणविद नए साल में जनजागरण कार्यक्रम शुरू करेंगे और एक बड़ा आंदोलन होगा। स्वराज अभियान हिमाचल प्रदेश पूरे राज्य में जागरूकता अभियान चलाएगा ताकि आम नागरिक इसके लिए जागरूक हो सके। उन्होने सरकार से निवेदन किया है कि सरकार पर्यावरण सरंक्षण के लिए जरूरी योजना बनाए और क्रियान्वयन करे।