उमेश भारद्वाज। सुंदरनगर
जिला मंडी के जंगलों के पेड़ों पर वन माफिया की नजर है। माफिया वनों का कटान करने से बाज नहीं आ रहे हैं, जिससे वन्य जीवों का अस्तित्व भी प्रभावित हो रहा है साथ ही प्रदेश में जंगल भी सिमटते हुए नजर आ रहे हैं। जंगल की सुरक्षा के लिए वन विभाग व पुलिस भी अंकुश लगाने को लेकर सख्त हो गया है। वहीं वन विभाग व पुलिस ने वन माफिया पर नकेल कसने के लिए कड़ी कार्रवाई शुरू कर दी है। इसके अंतर्गत जिला मंडी पुलिस के अंतर्गत औट थाना में 4 वन काटुओं के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। मामले में शिकायतकर्ता वन रक्षक रवीना की शिकायत के आधार पर 4 लोगों द्वारा जंगल में कायल प्रजाति के पेड़ों को अवैध तरीके से काटने पर प्राथमिकी दर्ज की गई है।
जानकारी के अनुसार शिकायतकर्ता रवीना वन रक्षक और औट बीट के वनकर्मी शेर सिंह व वन कर्मी चूड़ामणि के साथ रात्रि गश्त के लिए जंगल डीपीएफ लजुनी में मौजूद थे। शिकायतकर्ता के अनुसार गांव के करीब जंगल में उन्होंने 4 लोग टिकमे राम पुत्र टेकचंद गांव काशना डाकघर थलौट तहसील औट जिला मंडी, देशराज पुत्र रमेश चंद गांव शाट तहसील भुंतर जिला कुल्लू,भीमी राम पुत्र तीर्थ राम गांव दोहरानाला तहसील कुल्लू और खुबे राम पुत्र कानहू राम गांव काशना डाकघर थलौट तहसील औट जिला मंडी को कायल प्रजाति के पेड़ काटते हुए पकड़ा गया। वहीं वन विभाग की टीम द्वारा मौका पर कायल के एक पेड़ की लकड़ी पाई गई जिसे टीम द्वारा जब्ती हैमर नंबर-9 से जब्त किया गया। वन विभाग की टीम के द्वारा बरामद लकड़ी काटने के लिए इस्तेमाल की गई पावर चैन को भी अपने कब्जे में ले लिया गया। वहीं मौके पर से 2 पेड़ों की लकड़ी भी गायब पाई गई। शिकायतकर्ता के अनुसार इस वन माफिया गिरोह में और लोगों के शामिल होने की भी आशंका है।
मामले की पुष्टि करते हुए एसपी मंडी गुरदेव चंद शर्मा ने कहा कि मामले में औट थाना पुलिस द्वारा वन रक्षक रवीना की शिकायत के आधार पर आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 379 और भारतीय वन अधिनियम की धारा 41, 42, 31 व 32 में मामला दर्ज कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है।