पांगी घाटी की पहली महिला डॉक्टर बनकर किया घाटी का नाम रोशन

उज्जवल हिमाचल ब्यूराे। इंदाैरा

जिला चंबा के जनजाति क्षेत्र पांगी के बेटे अंकित ने आईआईटी में अपना चयन करवाकर पांगी घाटी का नाम रोशन किया है। अंकित का चयन आईआईटी रुड़की के लिए हुआ है। यहां वह दो वर्ष तक कंप्यूटर साइंस में एम टेक में पढ़ाई करेगा। अंकित ने अपनी बी टेक की डिग्री एनआईआईटी हमीरपुर से पूरी की है। अंकित के पिता सबइंस्पेक्टर रूप सिंह मौजूदा समय में जिला कांगड़ा की पुलिस चौकी ठाकुरद्वारा में चौकी प्रभारी के रूप में अपनी सेबाए दे रहे हैं।

उन्होंने बताया के उनके बेटे ने उनका ही नहीं, बल्कि समूची पांगी घाटी का नाम रोशन किया है । रूप सिंह ने बताया उनकी बेटी मनीषा को भी पांगी घाटी की प्रथम महिला डॉक्टर होने का गौरव हासिल है। उनकी बेटी ने भी वर्ष 2012 में AIPMT की परीक्षा पास की थी और वर्तमान समय में वाे रजिंदर प्रसाद मेडिकल कॉलेज टांडा में पीजी (सर्जरी) दूसरे वर्ष में है।

रूप सिंह ने बताया के पुलिस की नाैकरी काफी चुनाैती पूर्ण है और पुलिस विभाग की नाैकरी अति व्यस्त होने के चलते वह अपने बच्चों को अधिक समय नहीं दे सकें और मेरे बच्चों की कामयाबी का श्रेय अपनी पत्नी को देते हैं। अंकित की दसवीं तक की पढ़ाई डलहाैजी पब्लिक स्कूल में हुई है और उस स्कूल का ही होनहार छात्र रहा है।

दसवीं पास करने के बाद 12वीं तक की पढ़ाई के लिए अंकित का चयन जवाहर नवोदय विद्यालय सरोल चंबा में हुआ। यहां उसने 90 प्रतिशत अंक प्राप्त कर 12वीं की परीक्षा पास की और इसके बाद अंकित का चयन एनआईआईटी हमीरपुर के लिए हुए था और अपनी कड़ी मेहनत के चलते अब रुड़की में आईआईटी की पढ़ाई पुरी करेगा।