उज्ज्वल हिमाचल। हमीरपुर
पूर्व विधायक राजेंद्र राणा ने कहा है कि मुख्यमंत्री सुक्खू प्रतिदिन नए-नए आरोप लगाकर जनता को भ्रमित करने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन झूठ की हांडी बार-बार नहीं चढ़ती। आज यहां जारी एक बयान में राजेंद्र राणा ने कहा कि मुख्यमंत्री ने हमीरपुर उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी आशीष शर्मा पर आरोप लगाया है कि 14 महीनों में उन्होंने 135 करोड रुपए के ठेके लिए हैं। मुख्यमंत्री के इस बयान से यह जाहिर होता है कि हिमाचल में ठेकों के आवंटन में कोई पारदर्शी प्रक्रिया नहीं होती बल्कि मुख्यमंत्री खुद ठेके अलाट करते हैं।
राजेंद्र राणा ने कहा कि लोक निर्माण विभाग में ठेकों के टेंडर लेने की ऑनलाइन प्रक्रिया है और इस प्रक्रिया में कोई भी शामिल हो सकता है। परंतु मुख्यमंत्री द्वारा आशीष शर्मा पर टेंडर मांगने के आरोप लगाना हास्यास्पद है और इस तरह के बयानो का यह अर्थ निकलता है कि मुख्यमंत्री का काम ठेकों का आवंटन करना रह गया है और विकास कार्यों से उनका कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अब चुनावी घड़ी में यह कह रहे हैं कि हमीरपुर को विकास के मामले में अव्वल बनाया जाएगा लेकिन उन्हें यह बताना चाहिए कि पिछले 15 माह के दौरान किस ज्योतिषी ने उन्हें विकास कार्यों के शुभ मुहूर्त के लिए रोक रखा था जो अब चुनावी आचार संहिता के बीच मुख्यमंत्री जिला को विकास के तोहफे देने की बात कह रहे हैं।
उन्होंने कहा कि सच्चाई तो यह है कि मुख्यमंत्री की सारी राजनीति झूठ, फरेब और तानाशाही पर आधारित है। अगर पिछले 15 महीने के दौरान प्रदेश सरकार ने राज्य में विकास कार्यों को गतिविधि होती और जनकल्याणकारी कार्यों को अंजाम दिया होता तो आज मुख्यमंत्री को गली-गली घूमने की जरूरत नहीं पड़ती। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री झूठे वादे करके और मनगढ़ंत आरोप लगाकर जनता को गुमराह नहीं कर सकते। उन्होंने तंज करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री झूठी रिश्तेदारियां निकालने में माहिर हैं और उनकी सरकार सिर्फ मित्रों और परिवार की सरकार बन कर रह गई है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जनता को डरा धमका कर वोट हासिल नहीं कर सकते।