Global warming : पूरे ब्रिटेन को ढक सके इतनी बर्फ पिघल गई

बीते 23 साल में दुनिया भर में 28 ट्रिलियन बर्फ पिघली, बड़े खतरे का संकेत

उज्जवल हिमाचल। डेस्क

ग्लोबल वार्मिंग का असर पूरी दुनिया में देखने को मिल रहा है। लेकिन अब चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए हैं। 1994 से लेकर 2017 तक लगभग 28 ट्रिलियन बर्फ पिघल चुकी है जोकि पूरे ब्रिटेन को ढकने के लिए पर्याप्त है। यूनिवर्सिटी आफ लीड्स के विशेषज्ञों ने सैटेलाइट डाटा के जरिए इसका अनुमान लगाया है। उनक कहना है कि धु्रवों से लगातार बर्फ गायब हो रही है। विशेषज्ञों का कहना है कि लगातार बर्फ के पिघले से समुद्र के किनारे बसे देशों पर संकट गहरा गया है।

वहीं बर्फीले ग्रीनलैंड के सैटेलाइट मानचित्रों से पता चला कि बीते साल के आठ जुलाई तक बर्फीली परत का 40 प्रतिशत हिस्सा गायब हो चुका था और कुछ ही दिनों बाद 97 प्रतिशत बर्फ की परत पानी में बदल गई। हाल ही में नासा ने खबर दी कि ग्रीनलैंड के पास एक बड़ा आइसबर्ग पीटरमैन हिमनद से टूट गया था। नासा के वैज्ञानिक इसलिए चिंतित हैं क्योंकि ग्रीनलैंड की सतह पर औसत से ज्यादा बर्फ पिघला है। 30 साल के सैटलाइट डाटा में ऐसा पहले कभी नहीं देखा गया। गर्मियों में आम तौर पर ग्रीनलैंड का आधा बर्फ पानी में बदल जाता है।

नासा के मुताबिक ग्रीनलैंड के पहाड़ों पर यह पानी दोबारा जम जाता है और तटीय इलाकों पर कुछ पानी बर्फ की परत में फंसता है, बाकी समुद्र में बह जाता है, लेकिन इस बार बर्फ तीन किलोमीटर ऊंचे पर्वतों पर भी नहीं टिक रहा।