दरवाजे -खिड़कियां को तरस रहा सरकारी भवन

सुरेंद्र मिन्हास। फतेहपुर

उपमंडल फतेहपुर की पंचायत समलेट के गांव कुम में करीब 11 साल पूर्व बने सरकारी भवन को अब तक दरवाजे व खिड़कियां नसीव नही हो पाई हैं। जिस कारण सरकारी धन की हुई बर्वादी खूब नजर आ रही है। बता दें उक्त गांव में सन 2006 के करीव संबंधित विधायक ने गांववासियों की मांग पर करीव डेढ लाख रूपए महिला मंडल भवन या फिर सराय बनाने के लिए दिए थे। जिसको लंबी जद्दोजहद के बाद करीब 3 बर्ष बाद धरातल पर लगाते हुए एक भवन का निर्माण कर दिया गया, लेकिन आधा अधूरा बना भवन आज कवाड़ियों का अड्डा बन चुका है। स्थानीय लोग बताते हैं उन्होंने भवन को खड़किया ,दरवाजे लगवाने की कई बार पंचायत से गुहार लगाई लेकिन कोई राहत न मिली। बताया जिस मकसद के लिए भवन बनाया गया था खिड़कियां -दरबाजे न लगे होने की बजह से वह मकसद भी पूरा नही हो रहा है।

वहीं दिवारों पर पलस्तर न होने की वजह से दिवारों में लगी ईंटे भी खराब होती जा रही हैं। इस पर जब तत्कालीन समय में उक्त पंचायत में तैनात रहे सचिव राम के साथ बात की तो उन्होंने कहा उक्त भवन उनकी उक्त पंचायत में तैनाती दौरान ही बना था। उन्होंने कहा कि कई बार स्थानीय लोगों को विधायक से मिलने बारे कहा गया था, ताकि लोगों की मांग पर विधायक उन्हें भवन को तैयार करने के लिए धन का प्रावधान कर दें, लेकिन किसी ने भी उनकी बात पर गंभीरता नही दिखाई। कहा पंचायत के पास इतना फंड नही होता कि पंचायत उस भवन को मुकम्मल करवा सकें। हो कुछ भी लेकिन उक्त भवन को देखने के बाद ऐसा तो प्रतीत होता ही है कि सरकारी धन की किस प्रकार से बर्वादी हो रही है । अगर ऐसे ही चलता रहा तो मोदी सरकार के सपने भारत आत्मनिर्भर बने इसको खूब धक्का लगेगा।