उज्जवल हिमाचल। नूरपुर
राजकीय महाविद्यालय नूरपुर की राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) इकाई ने “स्वच्छता ही सेवा” अभियान का आयोजन किया गया जो स्वच्छता और पर्यावरणीय जिम्मेदारी को बढ़ावा देने के अपने निरंतर प्रयास का हिस्सा था। यह आयोजन कैंपस और इसके आसपास में आयोजित किया गया, जिसमें 100 स्वयंसेवक शामिल हुए। यह अभियान भारत सरकार द्वारा शुरू की गई राष्ट्रीय पहल माई भारत के अनुरूप था, जिसका उद्देश्य सार्वजनिक स्थानों की सफाई और कचरा प्रबंधन एवं स्वच्छता के बारे में जागरूकता बढ़ाना है। कार्यक्रम का उद्घाटन कॉलेज प्राचार्य डॉ. अनिल कुमार ठाकुर के द्वारा किया गया, जिन्होंने एक स्वस्थ राष्ट्र के निर्माण में स्वच्छता के महत्व पर जोर दिया।100 से अधिक एनएसएस स्वयंसेवक, जिनमें छात्र, छात्राएं और महाविद्यालय स्टाफ शामिल थे।
झाड़ू , कूड़ेदान और दस्ताने से लैस स्वयंसेवकों ने विभिन्न हिस्सों में सड़कों और कालेज कैंपस की सफाई की। एकत्र किए गए कचरे को जैविक और अजैविक कचरे में विभाजित किया गया, जिससे सही कचरा प्रबंधन की प्रक्रिया को सुदृढ़ किया गया।सफाई गतिविधियों के साथ-साथ, एनएसएस इकाई ने एक जागरूकता अभियान भी चलाया। जिसमें स्थानीय समुदाय को प्लास्टिक के हानिकारक प्रभावों और दैनिक जीवन में स्वच्छता बनाए रखने के महत्व के बारे में बताया गया। कार्यक्रम का समापन सभी प्रतिभागियों द्वारा अपने आसपास की सफाई में योगदान देने और दूसरों को भी ऐसा करने के लिए प्रेरित करने की शपथ के साथ हुआ।
कार्यक्रम में डॉ.अनिल कुमार ठाकुर ने कहा कि “स्वच्छता ही सेवा अभियान केवल हमारी सड़कों की सफाई के बारे में नहीं है, बल्कि यह लोगों की स्वच्छता और स्वच्छता के प्रति मानसिकता को बदलने के बारे में भी है। एनएसएस स्वयंसेवक समाज के लिए एक उदाहरण पेश कर रहे हैं।”इस कार्यक्रम को प्रतिभागियों और स्थानीय निवासियों दोनों से सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली, जिनमें से कई ने स्वच्छ और हरे-भरे पर्यावरण की दिशा में एनएसएस इकाई के प्रयासों की सराहना की। कार्यक्रम के अंत में माई भारत में लगे हुए पेन, कॉपी और टोपियां संवसेवियो को वितरित किए।
संवाददाताः विनय महाजन