उज्जवल हिमाचल। नूरपुर
नूरपुर में करोड़ों की लागत से नगर के न्यास पार्किंग स्थल बनाए जाने के बावजूद नगर में यातायात व्यवस्था तथा सड़कों पर ही वाहन खड़े किए जाने की आदत में कोई सुधार देखने को नहीं मिला रहा है। नगर परिषद नूरपुर के सौजन्य से की तैयार की गई इस पार्किंग इमारत में शॉप कॉपलेक्स को बनाए 2 वर्ष होने को है।
लेकिन सही ढंग से आबाद होने का नाम ही नहीं ले रही। स्थानीय लोगों का मानना है कि इसके लिए निश्चित किया गया पार्किंग शुल्क व दुकानों के किराए व्यवहारिक नहीं है। उधर नगर परिषद नूरपुर का मानना है कि उक्त पार्किंग स्थल को ठेके पर उठाने की दो बार कवायद की गई लेकिन अनुचित रूप से पार्किंग शुल्क की होने के कारण पार्किंग का काम लेने वाले ठेकेदार काम छोड़ जाने के लिए विवश हो गए।
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इसका मुख्य कारण है कि लोग शुल्क से बचने के लिए सरकारी सड़कों व गलियों तक में वाहन खड़े कर देते हैं तथा इसके चलते प्रतिदिन यातायात बाधित हो रहा है। वह जाम लगने की नौबत आ रही है। बता दें कि नूरपुर में 1 वर्ष तक यातायात व्यवस्था लागू रही तथा इस कारण आए दिन बार-बार लगने वाले जाम से निजात भी मिली थी।
लेकिन उचित पुलिस व्यवस्था के अभाव में गत 3 साल से यह व्यवस्था प्रभावी रूप से लागू नहीं हो पा रही है तथा नगरवासी यातायात दुर्ग व्यवस्था से त्रस्त हैं। इस विषय में नूरपुर जिला पुलिस के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मदन कांत का कहना है कि नगर परिषद् में यातायात व्यवस्था का मामला पुलिस के संज्ञान में आया है।