डलहौजी : एनएचपीसी की कथित लापरवाही से चमेरा बांध में समा रहे वाहनों पर ग्रामीणों का आक्रोश बढ़ता जा रहा है। ग्रामीण अधिकार मंच डलहौजी के बैनर तले जन प्रतिनिधियों एवं प्रबुध नागरिकों ने डलहौजी में आपात बैठक आयोजित करके फैसला लिया कि युवा आवाज़ डलहौजी के आंदोलन को समर्थन देकर एनएचपीसी को बांध किनारे पुख्ता सड़क सुरक्षा व्यवस्था के लिए बाध्य किया जाएगा। जिसमें एनएचपीसी करीब 2 दशकों से आनाकानी कर रही है।
जिला पार्षद पवन टंडन की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में लोक निर्माण विभाग के सेवानिवृत सहायक अभियंता अमरजीत सिंह अरोड़ा, स्वास्थ्य विभाग से सेवानिवृत मुख्य फर्मासिस्ट भगत सिंह, ग्रामीण अधिकार मंच के प्रतिनिधि सुरेंद्र भवानी, व्यापार मंडल डलहौजी के अध्यक्ष राकेश चौभियाल, भुनाड़ पंचायत के पूर्व प्रधान जापान सिंह, ओसल पंचायत के पूर्व प्रधान सीतश टंडन, नगर परिषद डलहौजी के पूर्व उपाध्यक्ष प्रïवीण कुमार, टैक्सी ऑपरेटर यूनियन के पूर्व अध्यक्ष इंद्रजीत टंडन, सरकारी ठेकेदार अमर सिंह (अमरीक), सलूणी क्षेत्र से हिमालय परिवार के जिला महामंत्री विक्रांट ठाकुर, विरेंद्र ठाकुर, होटल व्यवसाई पवन शर्मा, बनीखेत पंचायत के पूर्व प्रधान नवीन शर्मा (काला), रामा नाटक क्लब बनीखेत के प्रधान मेला राम टंडन, युवा आवाज डलहौजी के प्रतिनिधि पंकज कश्यप, गुरदीप वर्मा, संजीव टंडन, नवीन टंडन आदि ने अपने-अपने विचार रखे कि क्यों एनएचपीसी ने बांध में पानी रोकने से पहले सड़क किनारे सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता नहीं की।
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लिहाजा साल-छ: माह बाद कोई न कोई वाहन बांध में समा रहा है जिसमें किसी मामले में शव बरामद नहीं हो रहा है तो किसी में वाहन का ही पता नहीं चल पा रहा है। जहां वाहन दुर्घटनाग्रस्त होकर बांध में गिरता है वहां पर क्रैश बैरियर लगाया जाता है, जबकि सुंडला से दियुंलमोड़ तक डब्बल लेयर सड़क सुरक्षा व्यवस्था की अनिवार्यता को क्यों गंभीरता से नहीं लिया जहा रहा है। बैठक में फैसला हुआ कि युवा आवाज डलहौजी के 15 दिसंबर के अल्टीमेटम तक अगर संतोषजनक कार्रवाई नहीं हुई तो 16 दिसंबर को प्रस्तावित चक्का जाम में युवा आवाज डलहौजी का समर्थन देंगे और उसके बाद आगामी आंदोलन की रणनीति एक बैनर तले सुनिश्चित करेंगे। आंदोलन तब तक जारी रहेगा जब तक बांध किनारे सड़क सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित नहीं होती। बैठक के बाद करीब 2 दर्जन जन प्रतिनिधियों एवं प्रबुद्ध नागरिकों ने एसडीएम डलहौजी को ज्ञापन दिया जिसमें एसडीएम ने कहा कि मामले को प्रशासन गंभीरता से उठा रहा है और आपकी इस न्यायोचित मांग को भी गंभीरता से ही लिया जाएगा।